विपक्ष का नारा ‘खुद का स्वार्थ’ :प्रधानमंत्री मोदी
By भाषा | Updated: December 27, 2021 22:11 IST2021-12-27T22:11:54+5:302021-12-27T22:11:54+5:30

विपक्ष का नारा ‘खुद का स्वार्थ’ :प्रधानमंत्री मोदी
मंडी (हिमाचल प्रदेश), 27 दिसंबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए अपनी पार्टी के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के नारे की तर्ज पर ‘खुद का स्वार्थ, परिवार का स्वार्थ’ का नारा गढ़ा।
प्रधानमंत्री राज्य में जयराम ठाकुर नीत भाजपा सरकार के चार वर्ष पूरे होने के मौके पर यहां पड्डल मैदान में एक रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार चलाने के मॉडल होते हैं, जिनमें एक है ‘सबका साथ, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ का और दूसरा मॉडल है, ‘खुद का स्वार्थ, परिवार का स्वार्थ और विकास भी खुद के परिवार का’।
उन्होंने किसी पार्टी का नाम नहीं लिया लेकिन हिमाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सामने मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस है।
मोदी ने कहा कि ‘पहला मॉडल’ हिमाचल प्रदेश में लागू है और राज्य तथा केंद्र में भाजपा नीत दोहरे इंजन वाली सरकार से जनता को लाभ मिला है तथा राज्य में विकास परियोजनाओं एवं विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन को गति मिली है।
उन्होंने कहा कि दो तरह की विचारधारा भी हैं, जिनमें एक ‘विलंब’ की और दूसरी ‘विकास’ की है। मोदी ने कहा कि पहली विचारधारा ने हिमाचल प्रदेश को कई दशक तक बुनियादी संरचना और सुविधाओं के लिए इंतजार कराया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पिछले चार साल में केंद्र द्वारा शुरू की गयी अनेक कल्याणकारी योजनाओं को राज्य सरकार ने प्रभावी तरीके से लागू किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने आयुष्मान योजना की शुरुआत की और हिमाचल प्रदेश सरकार ने ‘‘हिमकेयर’’ नाम से ऐसी ही योजना शुरू की और इन योजनाओं के तहत राज्य के कुल 1.25 लाख निवासियों को मुफ्त उपचार मिला।
मोदी ने सोमवार को राज्य में कुछ विद्युत परियोजनाओं की शुरुआत की। उन्होंने कहा, ‘‘जीवन सुगमता हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और बिजली की इसमें बड़ी भूमिका है।’’
हिमाचल की स्थानीय भाषा में भाषण की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वह बाबा भूतनाथ (भगवान शिव) का आशीर्वाद लेने मंडी आये हैं, जिसे ‘छोटी काशी’ भी कहा जाता है।
मोदी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने उनके जीवन को आकार देने में अहम भूमिका निभाई है।
उन्होंने ठाकुर को बधाई देते हुए कहा कि इतने सर्द मौसम के बावजूद रैली में आई भीड़ दिखाती है कि हिमाचल प्रदेश की जनता पिछले चार साल में राज्य सरकार की उपलब्धियों से संतुष्ट है।
मुख्यमंत्री ने जनता से राज्य में बारी-बारी से भाजपा और कांग्रेस की सरकार चुनने का चलन समाप्त करने का आग्रह करते हुए उम्मीद जताई कि अगले साल विधानसभा चुनाव में भाजपा पुन: सत्ता में आएगी।
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस मौके पर अनेक केंद्रीय परियोजनाओं का उल्लेख किया, जो मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद राज्य में शुरू की गयीं। इनमें बिलासपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और उना में पीजीआई शामिल हैं।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने राज्य में 11,581 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी। उन्होंने 28,197 करोड़ रुपये की 287 निवेश परियोजनाओं को भी शुरू किया।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि मोदी द्वारा जनता को समर्पित परियोजनाओं में शिमला जिले में पब्बर नदी पर 2,081.6 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ 111 मेगावाट क्षमता की सावरा-कुड्डू जलविद्युत परियोजना शामिल है। इस परियोजना से सालाना 38.6 करोड़ यूनिट बिजली पैदा होगी, जिससे राज्य को सालाना करीब 120 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा।
इसके अलावा, उन्होंने सिरमौर जिले में गिरि नदी पर 6,700 करोड़ रुपये की राष्ट्रीय भंडारण परियोजना के रूप में परिकल्पित श्री रेणुका जी बांध की आधारशिला रखी। प्रवक्ता ने कहा कि इस परियोजना में 40 मेगावाट की स्थापित क्षमता वाले एक भूतल बिजली घर में 20 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन होगा, जिसका उपयोग राज्य द्वारा किया जाएगा।
मोदी ने 66 मेगावाट की धौलासिद्ध जलविद्युत परियोजना की आधारशिला भी रखी, जिसका निर्माण 688 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। यह परियोजना हमीरपुर और कांगड़ा जिलों में ब्यास नदी पर स्थित है।
प्रधानमंत्री ने 210 मेगावाट की लुहरी जलविद्युत परियोजना के पहले चरण की आधारशिला रखी, जो केंद्र और राज्य का एक संयुक्त उद्यम है, जिसे 1,811 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया जाएगा। यह परियोजना शिमला और कुल्लू जिलों में सतलुज नदी पर स्थित है।
इन परियोजनाओं से उत्पन्न बिजली ग्रिड में मूल्यवान अक्षय ऊर्जा जोड़ने के अलावा, ग्रिड स्थिरता प्रदान करने और बिजली आपूर्ति की स्थिति में सुधार करने में मदद करेगी।
प्रवक्ता ने कहा कि मोदी ने राइजिंग हिमाचल ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के 28,197 करोड़ रुपये से अधिक की 287 निवेश परियोजनाओं के आरंभ के दूसरे भूमिपूजन कार्यक्रम का भी उद्घाटन किया।
निवेशकों की बैठक 7-8 नवंबर, 2018 को धर्मशाला में आयोजित की गई थी। इन प्रस्तावों को वास्तविक परियोजनाओं में बदलने के लिए 13,656 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का पहला भूमिपूजन समारोह 27 दिसंबर, 2019 को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में शिमला में आयोजित किया गया था।
इससे पहले, प्रधानमंत्री ने हिमाचल प्रदेश में भाजपा सरकार की उपलब्धियों पर एक कॉफी-टेबल पुस्तिका का भी विमोचन किया। मुख्यमंत्री ठाकुर ने पड्डल मैदान में मोदी को विशाल त्रिशूल भेंट कर उनका स्वागत किया।
मोदी ने राज्य सरकार के अनेक विभागों द्वारा लगाई गयी एक प्रदर्शनी भी देखी। उनके साथ केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी थे।
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