मेघालय की ओर से हुए ड्रोन सर्वे के मुद्दे पर असम विधानसभा से विपक्ष का बर्हिगमन
By भाषा | Updated: August 9, 2021 15:36 IST2021-08-09T15:36:23+5:302021-08-09T15:36:23+5:30

मेघालय की ओर से हुए ड्रोन सर्वे के मुद्दे पर असम विधानसभा से विपक्ष का बर्हिगमन
गुवाहाटी, नौ अगस्त असम विधानसभा के स्पीकर द्वारा, पड़ोसी राज्य मेघालय की ओर से कथित अतिक्रमण के मुद्दे पर चर्चा के लिए पेश कार्य स्थगन प्रस्ताव को अस्वीकार किए जाने के बाद पूरे विपक्ष ने सोमवार को सदन से बर्हिगमन (वॉक आउट) किया।
विपक्ष ने 26 जुलाई को असम-मेघालय की सीमा पर हुई हिंसक झड़प में राज्य के छह पुलिसकर्मियों सहित सात लोगों के मारे जाने के बाद, वहां गए सर्वदलीय विधानसभा प्रतिनिधिमंडल की रिपोर्ट पर सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर भी असंतुष्टि जताई।
विपक्षी सदस्यों ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने सदन को अब तक सीमा विवाद को लेकर उनकी पड़ोसी राज्य के समकक्ष से हुई बातचीत की जानकारी नहीं दी है।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस विधायक नुरुल हुदा ने प्रश्नकाल के बाद स्थगन प्रस्ताव पेश किया था।
उन्होंने अखबार में छपी खबरों का हवाला दिया जिसमें दावा किया कि गया है कि मेघालय गुवाहाटी के खानपाड़ा इलाके का ड्रोन की मदद से सर्वेक्षण कर रहा है। यह इलाका असम के कामरूप महानगर जिले के अधीन आता है।
विपक्षी एआईयूडीएफ के एक और विधायक फणि तालुकदार ने कहा कि खानपाड़ा के उनके घर के सामने ड्रोन से सर्वेक्षण किया गया, जिसके बाद उनके संज्ञान में मामला आया।
हालांकि, स्पीकर विश्वजीत दयमारी ने स्थगन प्रस्ताव को स्वीकार करने से इनकार दिया। असम के संसदीय कार्यमंत्री पीयूष हजारिका ने सदन को बताया कि कामरूप महानगर जिला प्रशासन से अनुमति लेने के बाद ड्रोन से सर्वेक्षण का कार्य किया गया और इसी तरह का सर्वेक्षण असम ने भी किया है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे भरोसा है कि इस सर्वेक्षण से कोई अतिक्रमण नहीं हो सकता। ’’
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देबब्रत सैकिया और उप नेता रकीबुल हुसैन ने कहा कि ऐसे ‘संवेदनशील मुद्दे’ पर मंत्री द्वारा बयान देने के बजाय जवाब देना दुर्भाग्यपूर्ण है।
हजारिका ने बाद में कहा कि सरकार मेघालय द्वारा किए गए ड्रोन सर्वेक्षण पर बयान देने को इच्छुक है और स्पीकर ने भी विपक्षी सदस्यों से सदन में रहने का अनुरोध किया। हालांकि, संयुक्त रूप से विपक्षी सदस्यों ने विरोध स्वरूप सदन से बर्हिगमन किया। इनमें कांग्रेस, एआईयूडीएफ और माकपा के विधायकों के साथ एक निर्दलीय विधायक भी शामिल था।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।