नयी दिल्ली, 20 दिसंबर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने सोमवार को कहा कि विपक्षी दलों को, राज्यसभा में चुनावी सुधार विधेयक का दमन होने का डटकर विरोध करना चाहिए। माकपा ने कहा कि विपक्ष को एक संसदीय चयन समिति द्वारा विधेयक की पूरी जांच करने की मांग करनी चाहिए।
मतदाता सूची को आधार से जोड़ने वाला एक विधेयक सोमवार को लोकसभा से पारित किया गया। इस दौरान विपक्ष ने कई मुद्दों को लेकर सदन में हंगामा किया। माकपा की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “विधेयक से मत और मतदाता दोनों की गोपनीयता को खतरा है।”
बयान में कहा गया कि जिस तरह से जल्दबाजी में लोकसभा में पेश कर, मतदान के कानूनों में बदलाव किये जा रहे हैं उसकी माकपा पोलित ब्यूरो भर्त्सना करता है। पार्टी ने कहा कि सांसदों को चर्चा के लिए समय नहीं दिया जा रहा है।
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