विपक्षी नेताओं ने 12 सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग करते हुए मार्च निकाला

By भाषा | Updated: December 14, 2021 19:36 IST2021-12-14T19:36:17+5:302021-12-14T19:36:17+5:30

Opposition leaders march demanding revocation of suspension of 12 MPs | विपक्षी नेताओं ने 12 सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग करते हुए मार्च निकाला

विपक्षी नेताओं ने 12 सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग करते हुए मार्च निकाला

नयी दिल्ली, 14 दिसंबर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद के मानसून सत्र के दौरान उच्च सदन में ‘‘अशोभनीय आचरण’’ को लेकर शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किए गए राज्यसभा के 12 सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग करते हुए मंगलवार को मार्च निकाला तथा सरकार पर विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाया।

विपक्षी नेताओं ने संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा से विजय चौक तक मार्च निकाला। राहुल गांधी, निलंबित सांसद, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, शिवसेना नेता संजय राउत और कई अन्य नेता इस मार्च में शामिल हुए।

इस मार्च के बाद राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सांसदों के निलंबन को 14 दिन हो गए हैं। सदन में जिन चीजों के बारे में विपक्ष चर्चा करना चाहता है, वह बहस सरकार नहीं होने देती है और जहां भी विपक्ष अपनी आवाज उठाने की कोशिश करता है, तो धमका कर, डरा कर उनको निलंबित करके सरकार काम करती है। यह लोकतंत्र की हत्या है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘संसद में चर्चा होनी चाहिए, सभी मुद्दों पर चर्चा होनी होना चाहिए। मगर जो चर्चा हम करना चाहते हैं, वह हमें करने नहीं दी जाती है। सरकार के ऊपर हम सवाल उठाना चाहें, तो सरकार सवाल उठाने नहीं देती है। तीन-चार ऐसे मुद्दे हैं, जिनका सरकार नाम तक नहीं लेने देती है। यह सही तरीका नहीं है।’’

राहुल गांधी ने दावा किया, ‘‘प्रधानमंत्री जी सदन में नहीं आते हैं। 13 दिन हो गए, प्रधानमंत्री सदन में नहीं आए। यह कोई लोकतांत्रिक तरीका नहीं है।’’

संजय राउत ने कहा कि यह सिर्फ 12 सांसदों का निलंबन नहीं, बल्कि यह किसानों के आंदोलन के लिए सांसदों का सबसे बड़ा बलिदान है।

उन्होंने कहा, ‘‘ लोकतंत्र और न्याय शब्दों को यह सरकार सुनना ही नहीं चाहती है...आज तक हमारे लोकतांत्रिक इतिहास में यह नहीं देखा गया.... इसके खिलाफ हम लड़ेंगे।’’

पिछले 29 नवंबर को आरंभ हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया था। निलंबन के बाद से ये सांसद संसद की कार्यवाही के दौरान प्रतिदिन सुबह से शाम तक संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना दे रहे हैं।

जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं।

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Web Title: Opposition leaders march demanding revocation of suspension of 12 MPs

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