वैरामुत्तु को पुरस्कार देने के फैसले की समीक्षा करेगी ओएनवी साहित्य अकादमी

By भाषा | Updated: May 28, 2021 14:21 IST2021-05-28T14:21:06+5:302021-05-28T14:21:06+5:30

ONV Sahitya Academy will review the decision to award Vairamuthu | वैरामुत्तु को पुरस्कार देने के फैसले की समीक्षा करेगी ओएनवी साहित्य अकादमी

वैरामुत्तु को पुरस्कार देने के फैसले की समीक्षा करेगी ओएनवी साहित्य अकादमी

तिरुवनंतपुरम, 28 मई ओएनवी साहित्य अकादमी ने शुक्रवार को कहा कि उसने जाने माने तमिल कवि-गीतकार वैरामुत्तु को पांचवां ओएनवी साहित्य पुरस्कार देने के फैसले की समीक्षा करने का निर्णय लिया है।

‘‘मीटू’’ अभियान के तहत आरोपों का सामना कर रहे वैरामुत्तु को पुरस्कार देने का विभिन्न वर्गों से बढ़ते जा रहे विरोध के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है।

वैसे, प्रेस को जारी एक पंक्ति के बयान में इसकी वजह नहीं बतायी गई है।

बयान में अकादमी के अध्यक्ष अदूर गोपालकृष्णन ने कहा कि इस साल के पुरस्कार की समीक्षा करने का फैसला निर्णायक समिति के सुझावों के बाद किया गया है।

यह पुरस्कार मलयालम तथा अन्य भारतीय भाषाओं के कवियों को दिया जाता है। पुरस्कार स्वरूप 3,00,000 रुपये की नकद राशि और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है।

मलयालम विश्वविद्यालय के कुलपति अनिल वल्लाथोल और कवि अलंकोड लीलाकृष्णन और प्रभा वर्मा पर आधारित विशेषज्ञ निर्णायक समिति विजेता का चयन करती है।

प्रख्यात आलोचक एम लीलावती को पिछले साल यह पुरस्कार मिला था।

उपन्यासकार वैरामुत्तु को 2003 में पद्म श्री और 2014 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।

मलयालम अभिनेत्री पार्वती तिरुवुत्तु समेत कई हस्तियों ने इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से वैरामुत्तु को सम्मानित करने के फैसले की आलोचना की थी। यह पुरस्कार दिग्गज कवि ओएनवी कुरुप के सम्मान में दिया जाता है।

पार्वती ने इंस्टाग्राम पर विजेता के तौर पर ‘‘यौन शोषण के आरोपी’’ का चयन करके कुरुप का अपमान करने के लिए निर्णायक समिति की आलोचना की थी।

वैरामुत्तु पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली महिलाओं में से एक गायिका चिन्मयी श्रीपद ने आवाज उठाने के लिए पार्वती का शुक्रिया अदा किया।

उन्होंने लिखा, ‘‘उन महिलाओं का बहुत-बहुत आभार जो इसके समर्थन में बोल रही है।’’

अभिनेत्री गीतू मोहनदस ने लिखा, ‘‘हमारी महान साहित्यिक शख्सियत के नाम पर दिया जाने वाला पुरस्कार ऐसे व्यक्ति को नहीं दिया जाना चाहिए जिस पर 17 महिलाओं ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। मैं आपके साथ हूं चिन्मयी श्रीपद।’’

वैरामुत्तु ने अपने खिलाफ लगाए आरोपों से इनकार करते हुए इन्हें ‘‘पूरी तरह झूठा और दुर्भावना से प्रेरित’’ बताया है।

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Web Title: ONV Sahitya Academy will review the decision to award Vairamuthu

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