भोपाल, 11 अप्रैल मध्य प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी के आग्रह पर भोपाल के शासकीय जेपी चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्सक योगेंद्र श्रीवास्तव ने रविवार को अपना त्याग पत्र वापस ले लिया।
डॉ.श्रीवास्तव ने शनिवार को कोरोना वार्ड में ड्यूटी के दौरान मरीज के परिजन द्वारा किए गए दुर्व्यवहार से आहत होकर त्यागपत्र दे दिया था।
घटना की जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य मंत्री ने डॉ श्रीवास्तव से फोन पर चर्चा की। चौधरी ने कहा, ‘‘ डॉ श्रीवास्तव से मेरी दूरभाष पर चर्चा हुई है। मरीज के परिजनों के दुर्व्यवहार से आहत होकर डॉ. श्रीवास्तव ने त्यागपत्र दे दिया था।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘मैंने उनसे (डॉ. श्रीवास्तव से) कहा कि चिकित्सकों की सेवाओं की प्रदेश के नागरिकों को संकटकाल में बहुत जरूरत है। मेरा आग्रह है कि आप अपना त्याग पत्र वापस लें। घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।’’
स्वास्थ्य मंत्री ने संकट के इस वक्त में सभी से धैर्य बनाए रखने की अपील की ।
गौरतलब है कि जे पी अस्पताल में एक मरीज की मौत पर उसके परिजनों के साथ-साथ कांग्रेस के विधायक एवं प्रदेश के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा और उनके समर्थक पूर्व पार्षद योगेन्द्र चौहान ने वरिष्ठ चिकित्सक से दुर्व्यवहार किया था और घटना से दुखी होकर चिकित्सक ने शासकीय नौकरी से त्यागपत्र दे दिया था।
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