‘ओमीक्रोन’ के कारण अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ान पर रोक, 31 जनवरी तक प्रतिबंध, जानें सबकुछ
By सतीश कुमार सिंह | Updated: December 9, 2021 22:17 IST2021-12-09T19:17:13+5:302021-12-09T22:17:10+5:30
कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत के बाद से नवंबर में पहली बार घरेलू हवाई यात्रियों का आंकड़ा एक करोड़ को पार कर गया है।

नवंबर में माह-दर-माह आधार पर घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में वृद्धि 15-16 प्रतिशत रही है।
नई दिल्लीः नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने भारत अधिसूचित अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों को 31 जनवरी तक निलंबित करने का फैसला किया है। डीजीसीए ने कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के सामने आने के मद्देनजर यह कदम उठाया है।
डीजीसीए ने बताया कि वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बहाल करने की तारीख की घोषण नियत समय पर की जाएगी। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 महामारी की वजह से पिछले साल 20 मार्च से ही सामान्य अंतरराष्ट्रीय उड़ानें स्थगित हैं।
डीजीसीए का यह फैसला 27 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अधिकारियों को दिए निर्देश के बाद आया है। मोदी ने ओमीक्रोन को लेकर बढ़ी चिंता के बाद अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में राहत देने की योजना की समीक्षा करने को कहा था।
डीजीसीए द्वारा बुधवार को जारी परिपत्र में कहा गया कि वायरस के नए स्वरूप के आने के बाद उत्पन्न वैश्विक स्थिति के मद्देनजर हालात पर करीब से नजर रखी जा रही है तथा अन्य हितधारकों से विचार-विमर्श किया जा रहा है। डीजीसीए ने कहा, ‘‘... नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बहाल करने की प्रभावी तारीख को लेकर उचित फैसले की जानकारी नियत समय पर अधिसूचित की जाएगी।’’
गौरतलब है कि मौजूदा समय में विभिन्न देशों के साथ द्विपक्षीय समझौते के तहत सीमित संख्या में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन किया जा रहा है। गत महीने की 24 तारीख तक भारत ने 31 देशों से उड़ानों के लिए औपचारिक द्विपक्षीय समझौता किया था। कोविड-19 के नए स्वरूप ओमीक्रोन की वजह से यह पुनरुद्धार पटरी से उतर सकता है।
पिछले साल मार्च में महामारी की शुरुआत के बाद से विमानन क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ था। फरवरी, 2020 में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 1.23 करोड़ रही थी। दो माह तक रोक के बाद स्थानीय मार्गों पर उड़ानें फिर शुरू होने के बाद जून, 2020 में हवाई यात्रियों की संख्या 19.84 लाख रही थी। घरेलू हवाई यातायात में सुधार इस साल मार्च तक जारी रहा।