तिरुवनंतपुरम, 10 फरवरी सरकारी कंपनी त्रावणकोर टायटेनियम प्रॉडक्ट्स (टीटीपी) से रिसाव के कारण समुद्र में एक किलोमीटर दायरे में तेल की परत बिछ गयी। कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि आधे घंटे में ही रिसाव को रोक दिया गया और सफाई का काम शुरू किया गया है।
स्थानीय मछुआरों ने ब्वायलर की पंपिंग लाइन से रिसाव के बारे में टीटीपी के अधिकारियों को सूचना दी। रिसाव के कारण वेली से शनमुगम इलाके तक तेल फैल गया।
कंपनी के अधिकारियों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि आधे घंटे में ही रिसाव को रोक दिया गया और स्थानीय लोगों की मदद से सफाई का काम शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘ड्रेन के नजदीक रिसाव के कारण यह तेल तट के करीब एक किलोमीटर तक फैल गया।’’
टीटीपी के प्रबंध निदेशक जॉर्ज निनन ने बताया, ‘‘गड़बड़ी वाली लाइन को ठीक करने के बाद ही कंपनी का काम शुरू होगा।’’
जिलाधिकारी नवजोत खोसा ने कंपनी और निकटवर्ती तट का निरीक्षण किया और कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारी नुकसान का आकलन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि केरल राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ मशविरा कर अधिकारियों ने तट से प्रदूषित रेत को हटाने का काम शुरू किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘तट से रेत हटाने और तेल को अलग करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। अभी समुद्र में तेल ज्यादा नहीं फैला है लेकिन तटरक्षक की मदद से समुद्र में निगरानी रखी जाएगी।’’
इलाके का दौरा करने वाले कांग्रेस विधायक वी एस शिवकुमार ने आरोप लगाया कि क्षेत्र के प्रदूषित होने के कारण कम से कम एक महीने तक मछुआरे समुद्र में नहीं जा पाएंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को अपनी रोजी-रोटी गंवाने वाले मछुआरों की मदद करनी चाहिए।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।