CBI के ज्वाइंट डायरेक्टर का SC में दावा- NSA अजीत डोभाल ने राकेश अस्‍थाना के खिलाफ जांच में किया हस्‍तक्षेप

By जनार्दन पाण्डेय | Published: November 19, 2018 04:42 PM2018-11-19T16:42:05+5:302018-11-19T16:42:05+5:30

सीबीआई संयुक्त निदेश एमके सिन्हा ने अपनी याचिका में मोदी के एक बेहद करीबी मंत्री पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। जानिए सीबीआई वर्सेस सीबीआई का नया मोड़- 

nsa ajit doval interfere in rakesh asthana case cbi joint director | CBI के ज्वाइंट डायरेक्टर का SC में दावा- NSA अजीत डोभाल ने राकेश अस्‍थाना के खिलाफ जांच में किया हस्‍तक्षेप

CBI के ज्वाइंट डायरेक्टर का SC में दावा- NSA अजीत डोभाल ने राकेश अस्‍थाना के खिलाफ जांच में किया हस्‍तक्षेप

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) में रिश्वतखोरी को लेकर उपजे विवाद में सोमवार को नया मोड़ आया। सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर एमके सिन्हा ने एक बड़ा खुलासा किया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपनी याचिका में कहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल विशेष निदेशक राकेश अस्‍थाना के खिलाफ चल रही जांच में हस्तक्षेप किया।

उल्लेखनीय है कि मामले के प्रकाश में आने के बाद एमके सिन्हा उसी टीम का हिस्सा बनाए गए थे, जिनको विशेष निदेशक राकेश अस्‍थाना की जांच के लिए चुना गया था। लेकिन बाद में एमके सिन्हा का ट्रांसफर कर दिया गया था। उनकी याचिका के अनुसार जब वे राकेश अस्‍थाना के घर जांच के लिए पहुंचे थे, तब एनएसए अजीत डोभाल ने घर सर्च करने से रोका था।

एमके सिन्हा ने लिया मोदी के करीबी मंत्री पर भी गंभीर आरोप

दी इंडियन एक्सप्रेस की खबरे के अनुसार एमके सिन्हा ने सीबीआई मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में डाली गई याचिका में एक मंत्री का नाम भी लिया है।‌ सिन्हा ने शुरुआती शिकायत दर्ज कराने वाले सना सतीश सेख के हवाले यह आरोप लगाए हैं कि कोयला और खान राज्य मंत्री हरिभाई पार्थिभाई चौधरी रिश्वत मामले में राकेश अस्‍थाना की कथ‌ित तौर पर मदद की थी। आरोप है कि उन्होंने कई करोड़ रुपये रिश्वत पहुंचाने में मदद की थी।

उल्लेखनीय है कि कोयला और खान राज्य मंत्री हरिभाई पार्थिभाई चौधरी गुजरात के सांसद हैं। इससे अहम बात यह है कि वह नरेंद्र मोदी से अपनी करीबियों के लिए जाने जाते हैं।

राकेश अस्‍थाना (बायें) और <a href='https://www.lokmatnews.in/topics/alok-verma/'>आलोक वर्मा title="राकेश अस्‍थाना (बायें) और आलोक वर्मा"/>
राकेश अस्‍थाना (बायें) और आलोक वर्मा

सिन्हा का आरोप है कि आर एंड एडब्ल्यू अधिकारी सामंत गोयल से जुड़ी बातचीत पर निगरानी रखने के दौरान भी कई बार बड़े-बड़े लोगों के मामले में जुड़े होने की आशंका हुई थी। बातचीत में यह सुना गया था कि पीएमओ ने सीबीआई मामले का प्रबंधन किया था।

उल्लेखनीय है कि ये बातें उस रात की हैं, जिस रात अस्थाना मामले की जांच कर रही पूरी सीबीआई टीम हटा दिया गया था। किसी का ट्रांसफर कर दिया गया था, तो कुछ लोगों से मामले से दूर रहने को बोल दिया गया था।

सिन्हा के अनुसार यह मामला कुछ लोगों से जुड़ा हुआ नहीं है। उन्होंने कहा शिकायतकर्ता सना सतीश बाबू, मोइन कुरेशी मामले को लेकर केन्द्रीय सतर्कता आयुक्त केवी चौधरी से मुलाकात की थी। तब केंद्रीय कानून सचिव सुरेश चन्द्र ने कुछ संकर्प भी किए थे। यहां वे बिना नाम लिए 11 नवंबर को साना से केंद्रीय सतर्कता आयोग की ओर से बातचीत का इशारा कर रहे थे।

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