राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) की अंतिम सूची में जगह नहीं पाने वालों में कारगिल युद्ध में हिस्सा ले चुके पूर्व सैन्यकर्मी, एआईयूडीएफ के वर्तमान विधायक और पूर्व विधायक के नाम भी शामिल हैं. यही हाल कांग्रेस विधायक इलियास अली की बेटी का भी है.
अली और उनके परिवार के अन्य सदस्यों के नाम हालांकि अद्यतन एनआरसी सूची में शामिल हैं. कारगिल युद्ध में भाग लेनेवाले और सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी मोहम्मद सनाउल्लाह को सूची में जगह नहीं मिली है, जिन्हें विदेशी अधिकरण द्वारा 'विदेशी' घोषित किए जाने के बाद इस वर्ष मई में कुछ दिनों तक हिरासत में रखा गया था.
सनाउल्लाह की दो बेटियों और एक बेटे को शामिल नहीं किया गया है, जबकि उनकी पत्नी का नाम सूची में शामिल है.
एआईयूडीएफ के विधायक अनंत कुमार मालो, जो बोंगईगांव जिले के अभयपुरी दक्षिण विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, ने कहा, ''मैं अंतिम एनआरसी सूची में अपना नाम नहीं खोज पाया. मेरे बेटे का नाम भी एनआरसी की अंतिम सूची में नहीं है. '' एआईयूडीएफ के ही पूर्व विधायक अता उर रहमान मजरभुइयां का नाम भी इस सूची में शामिल नहीं है.
मजरभुइयां ने कहा, ''संविधान यह निर्धारित करता है कि कौन भारत का नागरिक है और मेरे पास इसे साबित करने के लिए सभी आवश्यक दस्तावेज हैं. मैं कटिगोरा से दो बार विधायक रह चुका हूं। यह उत्पीड़न है और यह एनआरसी त्रुटिपूर्ण है.''