नोएडा पुलिस ने सॉफ्टवेर कंपनी गूगल को अपने गूगल मैप ऐप पर एक नया फीचर शुरू करने का सुझाव दिया है. यह नया फीचर हर वाहन चालक के लिए बेहद मददगार साबित हो सकता है.
इस नए फीचर में गूगल को गूगल मैप पर ब्लैक डॉट दर्शाना होगा. यह ब्लैक डॉट सभी दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को मैप पर चिन्हित करेगा जिस के कारण वाहन चालक उन स्थानों पर सचेत रहें और आए दिन होनी वाली दुर्घटनाओं से अपना बचाव कर सकें.
यह निर्णय सड़कों पर सुरक्षा को बढाने के लिए लिया गया है. नोएडा के ट्रैफिक पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार झा ने हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया कि "हमारे द्वारा ब्लैक स्पॉट की एक सूची तैयार की गई है जिसको वह गूगल के साथ साझा करेंगे. यह ब्लैक स्पॉट डिजिटल मैप पर मेट्रो लाइन्स, स्टेशन, पेट्रोल पंप और रेस्तरां की तरह ही उभरा हुआ दिखाई देगा. हमारे देश के लोगों में जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम ) का उपयोग बढ़ा है. यह फीचर यात्रियों के लिए बेहद उपयोगी तब हो सकता है जब वह इस ब्लैक स्पॉट को कुछ किलोमीटर पहले देख पाएं."
अनिल कुमार झा ने आगे कहा कि यह कदम दूसरे शहरों के लिए भी एक बढ़िया उदाहरण साबित हो सकता है. कई शहरों ने दुर्घटना के आँकड़ों से ऐसे कई ब्लैक स्पॅाट की पहचान की है. इन सभी शहरों को अपने आँकड़ें गूगल मैप पर दर्ज करवाने चाहिए ताकि यात्रियों को इन दुर्घटना संभावित क्षेत्रों से आगाह किया जा सके.
सड़क सुरक्षा से जुड़ी ब्राजीलिया घोषणा 2015 में भारत भी हस्ताक्षरकर्ता था। इस घोषणा के तहत भारत सड़क दुर्घटनाओं को 2020 तक 50 प्रतिशत कम करने के लिए प्रतिबद्ध है.
झा ने कहा कि यह ब्लैक डाट्स गूगल मैप के द्वारा लोगों को चेतावनी देकर सावधान करने में मददगार साबित होंगे.
झा ने कहा कि 2016 में नोएडा और ग्रेटर नोएडा से लगभग 11 ब्लैक स्पाट की पहचान की गई थी. कई नये स्पॅाट की पहचान करना अभी बाकी हैं.
क्षेत्रीय ट्रैफिक आफिस, लोक निर्माण विभाग व ट्रैफिक पुलिस टीम मिल कर ब्लैकस्पाट का पता लगा कर उस के सुधार पर कार्य करेगी.