खुफिया एजेंसियों के सहयोग के बगैर कोई सैन्य अभियान सफल नहीं हो सकता: नरवाने
By भाषा | Updated: December 21, 2019 15:46 IST2019-12-21T15:46:53+5:302019-12-21T15:46:53+5:30
लेफ्टिनेंट जनरल नरवाने ने यहां एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में यह कहा, ‘‘सैन्य अभियान और खुफिया सूचनाओं का आपस में करीबी संबंध है। जब कभी हमें संचालन ब्रीफिंग की जरूरत होती है तब यह हमेशा ही ‘खबर दुश्मन के बारे में’ के साथ शुरू होता है और ‘खबर’ वह होती है जो हम अपनी खुफिया एजेंसियों से प्राप्त करते हैं।’’

सशस्त्र बल राष्ट्र की सुरक्षा में अपने योगदान के लिए खुफिया एजेंसियों पर निर्भर हैं।
वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ एवं नये थल सेना प्रमुख नामित किए गए लेफ्टिनेंट जनरल मनोज नरवाने ने यहां शनिवार को कहा कि कोई भी सैन्य अभियान खुफिया एजेंसियों के सहयोग के बगैर सफल नहीं हो सकता।
लेफ्टिनेंट जनरल नरवाने ने यहां एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में यह कहा, ‘‘सैन्य अभियान और खुफिया सूचनाओं का आपस में करीबी संबंध है। जब कभी हमें संचालन ब्रीफिंग की जरूरत होती है तब यह हमेशा ही ‘खबर दुश्मन के बारे में’ के साथ शुरू होता है और ‘खबर’ वह होती है जो हम अपनी खुफिया एजेंसियों से प्राप्त करते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह दावे के साथ कह सकता हूं कि हमारा कोई भी सैन्य अभियान तब तक सफल नहीं हो सकता, जब तक कि इसे ‘रॉ’ सहित विभिन्न खुफिया एजेंसियों से सहायता नहीं प्राप्त होती है।’’ उन्होंने कहा कि सशस्त्र बल राष्ट्र की सुरक्षा में अपने योगदान के लिए खुफिया एजेंसियों पर निर्भर हैं।