दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के इज्तिमे (मजहबी मकसद से एक खास जगह जमा होना) के चलते देश में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ी है। मंगलवार (31 मार्च) को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने जानकारी दी है कि दक्षिणी दिल्ली के मरकज बिल्डिंग से 24 लोग कोविड-19 से संक्रमित निकले हैं। पिछले महीने हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम में मलेशिया, इंडोनेशनिया सहित विभिन्न देशों के करीब 2000 प्रतिनिधि शामिल हुए थे। इस इलाके को सील कर दिया गया है। वहीं एएनआई के सूत्रों के हवाले खबर दी है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार तबलीगी जमात के भाग लेने वाले विदेशियों ने वीजा नियमों का उल्लंघन किया है। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी विदेशियों का भारत में प्रतिबंधित किया जा सकता है।
24 कोरोना पॉजिटिव, 334 को भेजा गया अस्तपाल
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि एक अनुमान है कि 1500-1700 लोग मरकज बिल्डिंग में इकट्ठे हुए थे। इनमें 1033 लोगों को अब तक निकाला गया है और 334 को अस्पताल भेजा गया है। वहीं 24 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं और 700 लोगों को क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दक्षिणी दिल्ली के निजामुद्दीन पश्चिम में तबलीगी जमात का नेतृत्व करने के लिए एक मौलाना के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया।
दिल्ली सरकार ने शुरू किया तलाशी अभियान
दिल्ली सरकार कोरोना वायरस के मामलों का पता लगाने के लिए पास की कॉलोनियों में घर-घर एक अभियान शुरू कर रही है। इससे पहले दिल्ली पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवानों ने सोमवार को निजामुद्दीन पश्चिम के एक प्रमुख इलाके की घेराबंदी कर दी। तबलीगी जमात के मुख्यालय और घरों समेत पूरे इलाके को काट दिया गया है।
निजामुद्दीन में धार्मिक सभा में शामिल होने वाले छह लोगों की कोविड-19 के कारण मौत
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार तेलंगाना में उन छह लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मौत हो गई जिन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में 13 मार्च से 15 मार्च के बीच धार्मिक सभा में भाग लिया था। पिछले हफ्ते श्रीनगर में करीब 60 वर्षीय व्यक्तित की संक्रमण से मौत हो हुई थी और इस शख्स ने इज्तिमे में शिरकत की थी।
600 भारतीयों ने भी लिया था हिस्सा
भारत के अलग अलग हिस्सों से आए करीब 600 लोगों ने भी इसमें हिस्सा लिया। अधिकारियों ने बताया कि भारतीय नागरिक तो ट्रेनों और उड़ानों के जरिए वापस चले गए। देश के कई हिस्सों में सामने आए कुछ मामलों के संपर्क खंगाले गए तो उनका संबंध इस इज्तिमे से निकाला। लोगों को पृथक केंद्र में भेजने के लिए बसों को तैयार रखा गया है। इज्तिमे में शिरकत करने वालों के लिए रहने की व्यवस्था जिन हॉस्टलों की जाती थी, उन्हें भी सील कर दिया गया है।