नीतीश ने गंगा जल उद्वह योजना के कार्य प्रगति की समीक्षा की
By भाषा | Updated: October 6, 2021 22:12 IST2021-10-06T22:12:39+5:302021-10-06T22:12:39+5:30

नीतीश ने गंगा जल उद्वह योजना के कार्य प्रगति की समीक्षा की
पटना, छह अक्टूबर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को जल-जीवन-हरियाली अभियान अंतर्गत पेयजल के लिए गंगा जल उद्वह योजना के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की।
पटना के एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में गंगा जल उद्वह योजना के कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए नीतीश ने कहा, ‘‘राजगीर, गया, बोधगया एवं नवादा में गंगा जल उद्वह योजना के तहत सभी लोगों को शुद्ध पेय जल उपलब्ध कराया जाएगा। इस योजना को समय पर पूरा करने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। मौके पर जाकर एक-एक चीज का आकलन करें ताकि सभी लोगों को जलापूर्ति सुनिश्चित हो सके।’’
उन्होंने कहा कि जल संसाधन विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग तथा नगर विकास एवं आवास विभाग आपस में समन्वय बनाकर इस पर काम करें। नवादा में भी जलापूर्ति योजना का काम तेजी से शुरु करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगीर में विकास के कई कार्य किए गए हैं। वहां आबादी तेजी से बढ़ रही है। बढ़ती आबादी को ध्यान में रखते हुए जलापूर्ति के लिए योजना बनाकर काम करें। उन्होंने कहा कि भूजल स्तर को बनाए रखने के लिए लोगों को प्रेरित करते रहें।
समीक्षा के दौरान जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस ने गंगा जल उद्वह योजना के कार्य की प्रगति के संबंध में विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया।
उन्होंने हथीदह-मोकामा में इंटेक वेल सह पंप हाउस, मोतनाजे स्थित डिटेंशन टैंक सह पंप हाउस एवं जल शोधन संयंत्र, राजगीर जलाशय अर्दन डैम, तेतर जलाशय अर्दन डैम एवं अबगिल्ला मानपुर स्थित जल शोधन संयंत्र के कार्य की भौतिक प्रगति की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में राजगीर, गया एवं बोधगया में तथा द्वितीय चरण में नवादा शहर के लिए इस जलापूर्ति योजना पर काम किया जा रहा है।
हंस ने बताया कि हथीदह-मोतनाजे-तेतर- अबगिल्ला तक कुल 150 किलोमीटर की पाइप लाईन में से लगभग 118 किलोमीटर पाईप बिछाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि मूल योजना का काम मार्च 2022 तक पूर्ण हो जाएगा और जल वितरण का कार्य जून 2022 तक आरंभ करने का लक्ष्य रखा गया है।
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित वरीय अभियंतागण उपस्थित थे।
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