'2024 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार, हेमंत सोरेन और मैं साथ आएंगे', मोदी के खिलाफ ममता का ऐलान-ए-जंग
By रुस्तम राणा | Updated: September 8, 2022 16:04 IST2022-09-08T16:04:50+5:302022-09-08T16:04:50+5:30
इस दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित अन्य नेताओं के साथ विपक्षी मोर्चा बनाने का ऐलान किया।

'2024 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार, हेमंत सोरेन और मैं साथ आएंगे', मोदी के खिलाफ ममता का ऐलान-ए-जंग
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को एक पार्टी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अपनी रणनीति का ऐलान किया। इस दौरान उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ अन्य नेताओं के साथ विपक्षी मोर्चा बनाने का ऐलान किया।
“मैं, नीतीश कुमार, हेमंत सोरेन और कई अन्य लोग 2024 में एक साथ आएंगे। सभी विपक्षी दल भाजपा को हराने के लिए हाथ मिलाएंगे। एक तरफ हम सब होंगे और दूसरी तरफ बीजेपी। भाजपा का 300 सीटों का अहंकार उसकी दासता होगी। 2024 में 'खेला होबे' होगा।"
कोलकाता में पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए टीएमसी प्रमुख ने दावा किया कि भाजपा अपने अहंकार और लोगों के गुस्से के कारण हार का सामना करेगी। बंगाली मुहावरा, 'खेला होबे' (खेल जारी है) पिछले साल विधानसभा चुनावों के दौरान टीएमसी की लड़ाई का नारा था, जिसमें पार्टी ने लगातार तीसरी बार सत्ता हासिल करने के लिए भाजपा को हराया था।
Kolkata, WB | In 2024 we will play a game that will start from Bengal. Hemant (Soren), Akhilesh (Yadav), Nitish (Kumar), I & other friends will unite then. How will they (BJP) form govt then? There’s no need for BJP govt: CM Mamata Banerjee pic.twitter.com/qfuGsyI2S8
— ANI (@ANI) September 8, 2022
भाजपा द्वारा झारखंड में कथित खरीद-फरोख्त पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने दावा किया कि “हाल ही में बंगाल पुलिस ने झारखंड के विधायकों को नकदी के साथ गिरफ्तार कर हेमंत सोरेन सरकार को गिरने से रोक दिया।
टीएमसी नेता ने कहा, भाजपा को लगता है कि वे हमें सीबीआई और ईडी से धमकी दे सकते हैं। जितना अधिक वे इस तरह के हथकंडे अपनाएंगे, उतना ही वे अगले साल के पंचायत चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनावों में हार के करीब पहुंचेंगे।