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केंद्र से बिहार के विशेष दर्जे की मांग नहीं करेगी नीतीश सरकार, वरिष्ठ मंत्री विजेंद्र यादव बोले, मांग करते-करते थक गए

By एस पी सिन्हा | Updated: September 27, 2021 20:54 IST

जदयू के साथ बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में साथी जीतनराम मांझी का हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) भी विशेष राज्य के दर्जे को लेकर मुखर रहा है.

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ठळक मुद्देबिहार सरकार बीते कई सालों से राज्य के लिए विशेष दर्जे की मांग कर रही है.केंद्र सरकार ने विशेष राज्य के दर्जा को लेकर कमेटी का भी गठन किया था. बिजेंद्र ने कहा कि नीति आयोग ने बिहार को लेकर सही रिपोर्ट नहीं पेश की है. ऐसे में राज्य के साथ न्याय नहीं हुआ है.

पटनाः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा जातीय जनगणना की मांग को ठुकराये जाने से निराश जदयू ने अब अपनी पुरानी मांग से पीछे हट गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातिगत जनगणना पर केंद्र सरकार और भाजपा के खिलाफ खुला हमला बोला था.

आज उनकी पार्टी ने यह ऐलान कर दिया कि अब केंद्र की मोदी सरकार से बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग नहीं करेंगे. बिहार सरकार बीते कई सालों से राज्य के लिए विशेष दर्जे की मांग कर रही है. मांग करते-करते 7-8 साल का समय बीत चुका है. मगर अब तक केंद्र सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. इधर कई सालों से बिहार को विशेष दर्जा देने की मांग करते-करते नीतीश सरकार थक चुकी है.

लिहाजा थक-हारकर अब इस मांग से अपने आप को अलग कर लिया है. पटना में पत्रकारों से बात करते हुए योजना एवं विकास मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा कि विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करते-करते हम थक गए. केंद्र सरकार ने विशेष राज्य के दर्जा को लेकर कमेटी का भी गठन किया था. उसकी रिपोर्ट भी आई. लेकिन उसके बाद भी कोई फैसला नहीं हुआ.

अब कितनी मांग की जाये. ऐसे में अब पार्टी बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग नहीं करेगी. हम पहले बोल-बोलकर थक गए हैं. अब केवल राज्य में नहीं हर क्षेत्र विशेष सहायता मिलनी चाहिए. बिजेंद्र ने कहा कि नीति आयोग ने बिहार को लेकर सही रिपोर्ट नहीं पेश की है. ऐसे में राज्य के साथ न्याय नहीं हुआ है.

आयोग की रिपोर्ट विरोधाभासी है. केंद्र को कई बार राज्य की तरफ से याद दिलाने की कोशिश की गई. बिहार विधानमंडल से पास कराकर केंद्र को भेजा गया. कई बार इस मुद्दे पर केंद्र सरकार के समक्ष मांग रखी गई. लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. विजेद्र यादव ने कहा कि मांग करने की एक सीमा होती है. अब कितने दिन अनवरत यही किया जाए?

उन्होंने केंद्र सरकार पर अपरोक्ष रूप से हमला बोला. अब हमने इस ओर सोचना छोड दिया है और हम अपना काम कर रहे हैं. यहां बता दें कि बिहार में नीतीश कुमार सरकार जोरशोर से विशेष राज्य के दर्जे की मांग उठाती रही है. जदयू ने इसके लिए नीति आयोग की रिपोर्ट को आधार भी बनाया था.

बिहार के नेताओं ने पहले भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से राज्य के साथ इंसाफ करने की बात कही थी. जदयू के साथ बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में साथी जीतनराम मांझी का हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) भी विशेष राज्य के दर्जे को लेकर मुखर रहा है. लेकिन अब सभी को निराशा हांथ लगी है.

टॅग्स :नीतीश कुमारनरेंद्र मोदीबिहारपटना
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