पटना, छह जुलाई बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पश्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और शिवहर जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का मंगलवार को हवाई सर्वेक्षण किया और आवश्यक निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हवाई सर्वेक्षण के बाद बाद पटना में एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में आपदा प्रबंधन विमाग एवं जल संसाधन विभाग के साथ समीक्षा बैठक की। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जून में पहले कभी इतनी वर्षा नहीं हुई थी। उन्होंने कहा कि इस बार अधिक वर्षा होने के कारण कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी। उन्होंने कहा कि आज हवाई सर्वेक्षण के दौरान वस्तु स्थिति से अवगत हुए। उन्होंने कहा कि कई जगहों पर पानी भरा हुआ, खेतों में भी पानी भरा हुआ है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि बाढ़ की स्थिति वाले जिलों के जिलाधिकारियों को हवाई सर्वेक्षण के लिये हेलीकॉप्टर उपलब्ध करायें। जिलाधिकारी अपने-अपने जिलों की वास्तविक स्थिति की जानकारी लें और उसके आधार पर आकलन करें। उन्होंने कहा कि हवाई सर्वेक्षण के दौरान कृषि विभाग एवं आपदा प्रबंधन विभाग के भी अधिकारी मौजूद रहें।
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों की राहत के लिए हम सबको काम करना है, उन्हें हर प्रकार से मदद करनी है। हमने शुरु से ही कहा है कि सरकार के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है। यह जरुरी है कि समय पर लोगों को सहायता उपलब्ध हो, इसके लिए संवेदनशीलता के साथ काम करें। एक-एक चीज का सही से आकलन होगा तो राहत कार्य और बेहतर ढंग से हो सकेगा। किसानों को कृषि कार्य में काफी नुकसान हुआ है। इसका ठीक से आकलन करें ताकि उन्हें सहायता पहुंचायी जा सके। जो राहत शिविर बनाए गए हैं वहां पर कोविड-19 जांच और टीकाकरण कार्य अवश्य कराएं। जो कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाते हैं उनके रहने एवं देखभाल की अलग से व्यवस्था कराएं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी कोरोना वायरस का दौर भी है और बाढ़ की स्थिति भी है। इसको ध्यान में रखते हुए बचाव एवं राहत कार्य योजनाबद्ध ढंग से करें, और आगे के लिए भी पूरी तैयारी रखें।
बैठक में जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार एवं चंचल कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस, आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल उपस्थित थे। वहीं वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी तथा पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, शिवहर एवं सीतामढ़ी के जिलाधिकारी जुड़े हुए थे।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को बाढं ग्रस्त पश्चिम चम्पारण जिले के रामनगर, नरकटियागंज, गौनाहा, चनपटिया एवं मझौलिया, पूर्वी चम्पारण जिले के सुगौली, रामगढ़वा, छौड़ादानो, बंजरिया, चिरैया, ढाका, पताही एवं मधुबन, मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट, कटरा एवं औराई तथा सीतामढ़ी जिले के रून्नीसैदपुर, बेलसंड एवं बैरगनिया तथा शिवहर जिले के तीन प्रखण्डों का हवाई सर्वेक्षण किया।
हवाई सर्वेक्षण से लौटने के बाद पटना हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति का जायजा लेने के लिये उन्होंने पांच जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया है और कल तीन और बाढ़ग्रस्त जिलों का जायजा लेंगे।
हवाई सर्वेक्षण के दौरान जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस एवं
मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार भी मौजूद थे।
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