ठळक मुद्देआतंकी हमले की साजिश रचने के लिए पाकिस्तान से पंजाब में भेजे गए ड्रोन के जरिए हथियार मामले की जांच गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपी हैं। पंजाब पुलिस ने पाकिस्तान और जर्मनी आधारित खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के आतंकवादी मॉड्यूल का 22 सितंबर को भंडाफोड़ किया था।
आतंकी हमले की साजिश रचने के लिए पाकिस्तान से पंजाब में भेजे गए ड्रोन के जरिए हथियार मामले की जांच गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपी हैं। दरअसल, पंजाब पुलिस ने पाकिस्तान और जर्मनी आधारित खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के आतंकवादी मॉड्यूल का 22 सितंबर को भंडाफोड़ किया था।
इस दौरान पंजाब पुलिस ने चार आतंकियों को गिरफ्तार किया था। इनमें केजेडएफ आतंकवादियों में बलवंत सिंह, आकाशदीप सिंह, हरभजन सिंह और बलबीर सिंह शामिल थे। इन्हे पंजाब के तरन तारन जिले के चोला साहिब गांव से गिरफ्तार किया गया था। तब से लगातार कई एजेंसियां इनसे पूछताछ कर रही हैं। अब इस मामले की जांच एनआईए को सौंपी गई है। आतंकियों से पूछताछ में पता चला था कि पाकिस्तान के ड्रोन का इस्तेमाल कर हथियारों और कम्युनिकेशन हार्डवेयर गिराये गए थे। पांच एके 47 राइफल, 16 मैग्जीन और 472 चक्र कारतूस, चीन में निर्मित .30 बोर की चार पिस्तौल, आठ मैग्जीन और 72 चक्र कारतूस, नौ हथगोले, पांच सेटेलाइट फोन तथा उनके अन्य उपकरण, दो मोबाइल फोन, दो वायरलेस सेट तथा दस लाख रुपये मूल्य के जाली नोट बरामद किये गए थे। उसने पूछताछ में सामने आया था कि आतंकियों ने जो ड्रोन इस्तेमाल किए वह चीन थे। चीन के एक ड्रोन से करीब दस किलो तक वजन लाया गया था। कुल मिलाकर 80 किलो हथियार और गोला-बारूद लाए गए थे। आतंकी समूह पंजाब और आसपास के राज्यों में हमले की एक श्रृंखला शुरू करने की साजिश कर रहा था।