लाइव न्यूज़ :

कोविड-19 के चलते रात्रिकालीन कर्फ्यू लगाये जाने पर देश के कई शहरों में नये साल का जश्न हुआ फीका

By भाषा | Updated: December 31, 2020 22:44 IST

Open in App

नयी दिल्ली, 31 दिसंबर कोरोना वायरस महामारी की काली छाया बृहस्पतिवार रात नववर्ष समारोहों के आयोजन पर भी पड़ी। दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरू सहित देश के कई शहरों में रात्रिकालीन कर्फ्यू लगा दिये जाने के कारण ज्यादातर लोगों ने इस अवसर पर घरों के अंदर रहने को ही प्राथमिकता दी।

दिल्ली सरकार ने कोविड-19 और इसके नए स्वरूप (स्ट्रेन) के संक्रमण के मद्देनजर 31 दिसंबर और एक जनवरी को रात 11 बजे से सुबह छह बजे तक रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू कर दिया है, ताकि नववर्ष समाराहों में लोगों की भीड़ एकत्र नहीं हो।

दिल्ली के मुख्य सचिव एवं दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) अध्यक्ष विजय देव द्वारा जारी आदेश के अनुसार, रात्रिकालीन कर्फ्यू 31 दिसंबर रात 11 बजे से एक जनवरी सुबह छह बजे तक और एक जनवरी रात 11 बजे से दो जनवरी सुबह छह बजे तक लागू रहेगा।

आदेश में कहा गया है कि रात्रिकालीन कर्फ्यू के दौरान सार्वजनिक स्थलों पर पांच से अधिक लोगों के एकत्र होने की अनुमति नहीं होगी। कोविड-19 के मद्देनजर बड़ी संख्या में लोगों को एकत्र होने से रोकने के लिए यह फैसला किया गया है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 28 दिसंबर को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को परामर्श जारी कर कहा था कि वे स्थानीय स्तर पर प्रतिबंध लगा सकते हैं, जिनमें रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू करना भी शामिल है। मंत्रालय ने कहा था कि कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए स्थिति का आकलन कर वे ऐसा कर सकते हैं।

दिल्ली में रात्रिकालीन कर्फ्यू की घोषणा ने नववर्ष का जश्न मनाने और 2021 का स्वागत करने के लिए दोस्तों व अपने परिजनों के साथ बृहस्पतिवार देर शाम कहीं बाहर जाना चाह रहे लोगों की योजनाओं पर पानी फेर दिया और लोगों के जश्न को फीका कर दिया। घोषणा के तुरंत बाद लोग होटल और रेस्तरां की बुकिंग रद्द कराने लगे।

शहर के कई होटलों और रेस्तरां व अन्य प्रतिष्ठानों ने मध्य रात्रि के इस जश्न लिए बुकिंग ली थी और नए साल के जश्न के लिए सभी तैयारियां शुरू भी कर दी थी, लेकिन कर्फ्यू की घोषणा के बाद कार्यक्रम तेजी से रद्द किये जाने लगे।

कोविड-19 महामारी के देश में पैर पसारना शुरू करने के करीब 10 महीने बाद कई प्रतिष्ठान अच्छे कारोबार की उम्मीद कर रहे थे। उन्होंने लोगों को समझाया कि प्रतिबंध "सार्वजनिक स्थानों" के लिए है, जिनमें पार्क या कोई भी खुला स्थान शामिल हैं, लेकिन इसमें "लाइसेंस प्राप्त परिसर" शामिल नहीं हैं। लेकिन भ्रम की स्थिति बनी रही और कई ग्राहक परेशान थे और अपने घर वापस जाने के समय होने वाली परेशानी से बचने के लिए उन्होंने बुकिंग रद्द कर दी।

दिल्ली पुलिस प्रवक्ता ईश सिंघल ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा, "लाइसेंस प्राप्त परिसरों को इसमें छूट दी गई है, वे अपनी लाइसेंस शर्त के साथ काम करना जारी रख सकते हैं, जिसमें बैठने की आधी क्षमता का इस्तेमाल और कोविड-19 से जुड़े अन्य दिशा-निर्देश शामिल हैं।"

दिल्ली का दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस और इंडिया गेट जैसे सार्वजनिक स्थानों पर रात के कर्फ्यू की घोषणा के बाद एकत्र होने की अनुमति नहीं है।

महाराष्ट्र सरकार ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर रात 11 बजे से सुबह छह बजे तक रात्रि कर्फ्यू लगाया है। साथ ही, पांच या इससे ज्यादा लोगों के एक जगह जमा होने पर पाबंदी है।

मुंबई पुलिस प्रवक्ता एस चैतन्य ने कहा, ‘‘सार्वजनिक स्थानों पर पांच से ज्यादा लोगों को जमा होने की अनुमति नहीं दी जाएगी। रात में 11 बजे के बाद होटल, बार, पब या रेस्तरां में पार्टी करने की इजाजत नहीं होगी।’’

शहर में निर्धारित समय के बाद ‘बोट पार्टी’ या छत पर पार्टी की अनुमति नहीं होगी। आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 144 के तहत कार्रवाई की जाएगी।

अधिकारी ने बताया कि नववर्ष की पूर्व संध्या पर किसी भी अप्रिय घटना की आशंका को देखते हुए और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुंबई की सड़कों पर करीब 35,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा।

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में भी इस बार नववर्ष समारोहों का उत्साह फीका रहेगा। दरअसल, शहर में निषेधाज्ञा जारी की गई है।

बेंगलुरु पुलिस ने बृहस्पतिवार शाम छह बजे से शुक्रवार सुबह छह बजे तक के लिए सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की है। इस तरह, इस बार एमजी रोड, चर्च स्ट्रीट, ब्रिगेड रोड, कोरमंगला और इंदिरानगर में बड़े समारोह देखने को नहीं मिलेंगे। ये स्थान नववर्ष पर बड़े एवं भव्य आयोजनों के लिये जाने जाते रहे हैं।

बेंगलुरु पुलिस आयुक्त कमल पंत द्वारा जारी आदेश के मुताबिक ये स्थान अब मानव रहित क्षेत्र होंगे।

चेन्नई में भी कोई सार्वजनिक समारोह देखने को नहीं मिलेगा क्योंकि तमिलनाडु सरकार ने रेस्तरां, होटल, क्लब और बीच रिजॉर्ट सहित अन्य तरह के रिजॉर्ट में ऐसे समारोहों को बृहस्पतिवार और शुक्रवार को प्रतिबंधित कर दिया है।

चेन्नई के लोकप्रिय मरीना बीच पर पुलिस ने लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह समुद्री तट नववर्ष समारोहों के लिए हर साल काफी संख्या में लोगों को अपनी ओर खींच लाता था।

ओडिशा सरकार ने कोविड-19 के मद्देनजर नव वर्ष के मौके पर लोगों के बड़े पैमाने पर जमा होने से रोकने के लिए बृहस्पतिवार रात 10 बजे से कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है।

विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पीके जेना ने बताया कि यह पाबंदी शुक्रवार सुबह पांच बजे तक लागू रहेगी।

एसआरसी ने ट्वीट कर बताया, ‘‘ ओडिशा सरकार पूरे राज्य में रात 10 बजे से सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू लगा रही है। आम लोगों से सहयोग करने का अनुरोध किया जाता है। सभी आवश्यक सेवाओं और जरूरी परिचालन को कर्फ्यू के दौरान अनुमति होगी।’’

उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार पहले ही बृहस्पतिवार एवं शुक्रवार को होटल, रेस्तरां, क्लब, पार्क और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर नए साल का जश्न मनाने पर रोक लगा चुकी है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यजहरीली हवा से आफत में लोग?, प्रदूषण से मिलकर लड़ेंगे सभी राजनीतिक दल?

भारतदेश में 216 बड़े बांधों की सुरक्षा को लेकर गंभीर स्थिति?, गंभीर खामियां, तत्काल मरम्मत की जरूरत

पूजा पाठPanchang 18 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 18 December 2025: आज सिंह समेत 4 राशिवालों की आर्थिक स्थिति में होगा सुधार, धन आने की संभावना

कारोबारBank Holiday: आज से लेकर अगले 5 दिनों तक बंद रहेंगे बैंक, जानिए RBI ने क्यों दी लंबी छुट्टी

भारत अधिक खबरें

भारतBMC Elections 2026: उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे 2026 के नगर निगम चुनावों के लिए करेंगे संयुक्त रैलियां? संजय राउत ने दी बड़ी अपडेट

भारतBMC Elections 2026: नवाब मलिक के नेतृत्व विवाद को लेकर बीजेपी के गठबंधन से इनकार के बीच एनसीपी अकेले चुनाव लड़ने को तैयार

भारतUP: दो साल में भी योगी सरकार नहीं खोज पायी नया लोकायुक्त, जनवरी 2024 में खत्म हो गया था वर्तमान लोकायुक्त का कार्यकाल

भारतLokmat Parliamentary Awards 2025: डॉ. विजय दर्डा ने कहा- लोकमत लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में अपनी भूमिका निभा रहा है

भारतLokmat Parliamentary Awards 2025 : आरपीआई प्रमुख रामदास आठवले ने कहा- मैं जिनके साथ रहता हूं उन्हें सत्ता मिलती है