अफगानिस्तान को पाकिस्तान के रास्ते गेहूं पहुंचाने के तौर तरीकों पर बातचीत जारी : विदेश मंत्रालय

By भाषा | Updated: December 16, 2021 18:10 IST2021-12-16T18:10:26+5:302021-12-16T18:10:26+5:30

Negotiations on ways to transport wheat to Afghanistan via Pakistan: MEA | अफगानिस्तान को पाकिस्तान के रास्ते गेहूं पहुंचाने के तौर तरीकों पर बातचीत जारी : विदेश मंत्रालय

अफगानिस्तान को पाकिस्तान के रास्ते गेहूं पहुंचाने के तौर तरीकों पर बातचीत जारी : विदेश मंत्रालय

नयी दिल्ली, 16 दिसंबर भारत ने अफगानिस्तान को मानवीय सहायता प्रदान करने की बात दोहराते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान को गेहूं पहुंचाने के तौर तरीकों को अंतिम रूप देने के लिए पड़ोसी देश के साथ बातचीत चल रही है।

भारत ने पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान की जनता के लिए 50,000 टन गेहूं और जीवन रक्षक दवाएं भेजने का एक प्रस्ताव सात अक्टूबर को पाकिस्तान को भेजा था तथा पाकिस्तान ने नवंबर के अंत में भारत को अपने क्षेत्र से अफगानिस्तान को मानवीय सहायता पहुंचाने की अनुमति देने की घोषणा की थी । इसके बाद 11 दिसंबर को करीब 2 टन जीवन रक्षक दवाएं अफगानिस्तान भेजी गई और उसे डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि को सौंपा गया था।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि भारत हमेशा अफगानिस्तान की जनता के साथ खड़ा है और इसका ही उदाहरण है कि 11 दिसंबर को करीब 2 टन जीवन रक्षक दवाएं अफगानिस्तान भेजी गई और उसे डब्ल्यूएचओ को सौंपा गया ।

उन्होंने कहा,‘‘ हम अफगानिस्तान की जनता के लिए 50,000 टन गेहूं और जीवनरक्षक दवाएं भेजना चाहते हैं और हम आपूर्ति के तौर तरीकों पर पाकिस्तान से बातचीत कर रहे हैं। इसके तौर तरीकों पर बातचीत चल रही है।’’

यह पूछे जाने पर कि क्या पाकिस्तान की ओर से दिसंबर के अंत तक कार्यक्रम तय करने को लेकर कोई सुझाव आया है, बागची ने कहा, ‘‘ बातचीत जारी है और मैं नहीं समझता कि कोई समयसीमा तय की गई है। ’’

एक अन्य सवाल के जवाब में प्रवक्ता ने कहा कि हमारा इरादा है कि अफगानिस्तान को और मानवीय सहायता भेजते रहें । उन्होंने कहा कि यह एक जटिल मुद्दा है और इस बारे में धैर्य रखें ।

बागची ने कहा कि बातचीत जारी है,हम आगे की जानकारी मिलने पर उसे साझा करेंगे।

मामले के जानकारों के अनुसार, पाकिस्तान इस बात पर अड़ा है कि अफगानिस्तान के लोगों के लिए गेहूं और जीवन रक्षक दवाओं की खेप वाघा सीमा के बाद से उसके ट्रकों पर आगे भेजी जाएं जबकि भारत अपने ही वाहनों के जरिए इन्हें भेजना चाहता है। भारत चाहता है कि मदद लाभार्थियों तक सीधे पहुंचे और इनका वितरण किसी भरोसेमंद अंतरराष्ट्रीय एजेंसी के जरिए हो।

गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पिछले महीने घोषणा की थी कि उनकी सरकार पारगमन के तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने के बाद भारत को अपने क्षेत्र से पड़ोसी देश अफगानिस्तान को 50,000 मीट्रिक टन गेहूं की मानवीय खेप भेजने की अनुमति देगी।

गौरतलब है कि मौजूदा समय में पाकिस्तान केवल अफगानिस्तान को भारत को माल निर्यात करने की अनुमति देता है, लेकिन सीमा पार से किसी अन्य दोतरफा व्यापार की अनुमति नहीं देता है।

पिछले महीने, भारत ने मानवीय सहायता के रूप में अफगानिस्तान के लिए 50,000 मीट्रिक टन गेहूं भेजने की घोषणा की और पाकिस्तान से वाघा सीमा के माध्यम से खाद्यान्न भेजने का अनुरोध किया था।

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Web Title: Negotiations on ways to transport wheat to Afghanistan via Pakistan: MEA

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