केंद्र और किसानों के बीच गतिरोध के समाधान के लिए वार्ता ही एकमात्र तरीका है: भाजपा नेता वीरेंद्र सिंह
By भाषा | Updated: May 17, 2021 19:35 IST2021-05-17T19:35:23+5:302021-05-17T19:35:23+5:30

केंद्र और किसानों के बीच गतिरोध के समाधान के लिए वार्ता ही एकमात्र तरीका है: भाजपा नेता वीरेंद्र सिंह
चंडीगढ़, 17 मई वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय वीरेंद्र सिंह ने सोमवार को कहा कि सरकार एवं नये कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के बीच वार्ता ही इस मुद्दे का समाधान निकालने का एकमात्र तरीका है।
सिंह ने रविवार को हिसार में हुई हिंसक झड़प की भी निंदा की जहां एक कोविड-19 अस्पताल का उद्घघाटन करने आये हरियाणा के मुख्मयंत्री मनोहर लाल खट्टर के मंच की ओर किसानों ने बढ़ने की कोशिश की थी।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ हिसार में हुए दुर्भाग्यपूर्ण प्रकरण की पुनरावृति रोकने के लिए मुद्दे के जड़ में पहुँचने की ज़रूरत है। क्या तंत्र को दुबारा स्थापित करने के लिए सरकार को आगे बढकर किसानों से बात नहीं करनी चाहिए? समाधान ढूँढने में अब और देर ना हो।’’
बड़ी संख्या में किसान दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं और नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। उनका दावा है कि ये कानून न्यूनतम समर्थन मूल्य की सुरक्षा छीन लेगा और उन्हें बड़े औद्योगिक घरानों के रहमो-करम पर छोड़ देंगे।
किसानों के मुद्दे का समाधान करने के लिए वार्ता की वकालत करते हुए सिंह ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘किसान आंदोलन के पहले ही दिन से मैं वार्ता के पक्ष में हूं। यदि आप बातचीत करेंगे तो दोनों पक्षों से सकारात्मक नतीजे आयेंगे।’’
सिंह स्वतंत्रतापूर्व काल के प्रसिद्ध नेता सर छोटू राम के पोते हैं । सर छोटू राम ने किसान हितों की तरफदारी की थी।
पूर्व केंद्रीय मत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर को भी केंद्रीय नेताओं के साथ वार्ता बहाल करने की कोशिश करनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘ यदि गतिरोध इसी तरह जारी रहा तो हम कानून व्यवस्था की एक गंभीर स्थिति में पहुंच जायेंगे जो देश के हित में नहीं है।
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