पटना: कोरोना के कहर के चलते लागू किये गये लॉकडाउन के बाद भी दूसरे प्रदेशों से लोगों के बिहार आने का सिलसिला लगातार जारी है. आलम यह है कि जिसे जो साधन मिल रहा है उसी के सहारे लोग बिहार आ रहे हैं.
ऐसे में प्रदेश के लोगों में कोरोना के संक्रमण बढ़ने की चिंता सरकार को सताने लगी है. ऐसे में स्थानीय लोग यह चाह रहे हैं कि जो लोग दूसरी जगहों से आ रहे हैं उसकी पहले पूरी तरह से जांच हो.
हालांकि, बाहर आने वाले लोगों पर पुलिस प्रशासन सख्त नजर रखर रखे हुए हैं. वहीं गांव वाले इनके आगमन को लेकर कोरोना वायरस का भय काफी सता रहा है. कोरोना के कहर से बचने के लिए पहले दिल्ली व पश्चिम बंगाल से प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में मजदूर अपने-अपने गांव तो लौट ही रहे थे, अब दिल्ली में रहकर टेम्पो चलाने वाले बिहारी टेम्पो चालक अपने साथियों के साथ टेम्पो को लेकर अपने गांव लौट रहे हैं.
कुछ इस तरह के मामले बिहार के छपरा-मुजफ्फरपुर एनएच सहित कई जिलों में देखने को मिले. वैशाली जिले के पटोरी थाने के धमौन गांव के एक सीएनजी टेम्पो पर सवार होकर तीन लोग आज भेल्दी थाने से सोनहो चौक पर जैसे ही पहुंचे. वहां ड्यूटी पर तैनात पुलिस ने जब लॉकडाउन में दिल्ली के नंबर का टेम्पो देख रोका, तो वे आगे कुछ और पूछते तभी टेम्पो चालकों ने टेम्पो से उतकर कहने लगे-सर!हम भाड़े पर टेम्पो लेकर नहीं आ रहे हैं. हम सभी टेम्पो चालक हैं और नई दिल्ली के लक्ष्मीनगर में किराये के मकान में रहकर टेम्पो चलाते हैं.
उसने कहा कि लॉकडाउन होने के बाद वाहनों का परिचालन बंद होने से भूखों मरने की स्थिति उत्पन्न होते देख अपना टेम्पो लेकर घर चलना मुनासिब समझा. घर पर रहकर कम से कम गेहूं की कटनी कर अपने बाल-बच्चों के साथ दो जून की रोटी तो खा सकूंगा. पुलिस ने सभी का मेडिकल जांच कराने के बाद टेम्पो को आगे बढ़ने दिया.
इस तरह से बीते 21 दिन में करीब सवा लाख से अधिक लोग देश और विदेश के विभिन्न हिस्सों से बिहार पहुंचे हैं. अब आपदा प्रबंधन विभाग ने उनकी ट्रैकिंग शुरू कर दी है और साथ ही अब बिहार में लॉकडाउन को पूरी तरह से प्रभावी बनाने के लिए पुलिस मुख्यालय ने अब कमान कस ली है. आज से राज्य की अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय सीमा को पूरी तरह से सील करने का आदेश जारी कर दिया गया है.
नेपाल, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड को जोडने वाले सभी रास्तों को आज से पूरी तरह से सील कर दिया गया है और अब इनसे किसी का भी प्रवेश बिहार में नहीं हो सकेगा. इन सीमाओं से लगी सडकों से पुलिस अब किसी को आने-जाने नहीं देगी. वहीं, आपातकालीन सेवाओं, राशन, किराना, फल, सब्जी और दवाओं को लॉकडाउन से मुक्त रखा गया है.