पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब कैबिनेट में बड़ा बदलाव करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू से स्थानीय निकाय मंत्रालय छीन लिया है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि नवजोत सिंह सिद्धू को बिजली एवं नवीकरण ऊर्जा मंत्रालय का कार्यभार दिया गया है। सिद्धू के अलावा कई अन्य मंत्रियों के विभाग में भी बदलाव किया गया है। लोकसभा चुनावों के बाद राज्य कैबिनेट की पहली बैठक के बाद प्रभार में फेरबदल किया गया है। लोकसभा चुनाव-2019 के नतीजों के बाद से ही कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच विवाद चल रहा है।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कैबिनेट में चार मंत्रियों को छोड़कर सभी विभागों में बदलावा किया है। पीटीआई ने अधिकारिक बयान के मुताबिक, सिद्धू से पर्यटन और संस्कृति मामलों का प्रभार भी ले लिया गया है। चार मंत्रियों को छोड़कर बदलाव के तौर पर अन्य सभी मंत्रियों के प्रभारों में कुछ फेरबदल हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे सरकार के कामकाज में और सुधार होगा तथा पारदर्शिता और कुशलता आएगी। मंत्रियों के विभाग बदलने के लिए पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर को फाइल भेज दी गई है।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का कैबिनेट में बदलावा का ये फैसला नवजोत सिंह सिद्धू के गुरुवार (6 जून) को हुई पंजाब कैबिनेट की मीटिंग में शामिल नहीं होने के बाद आया है। लोकसभा चुनाव-2019 के बाद पंजाब में ये पहली कैबिनेट की मीटिंग थी।
कुछ लोग मुझे पार्टी से बाहर निकालना चाहते हैं: नवजोत सिंह सिद्धू
कैप्टन अमरिंदर सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में ना जाने के बाद सिद्धू ने कहा है कि उन्हें जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। उन्हें अनुचित तरीके से कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है और कुछ लोग उन्हें पार्टी से बाहर निकालना चाहते हैं।
मीडिया से बात करते हुए सिद्धू ने कहा, 'कांग्रेस के प्रदर्शन के लिए मुझ पर निशाना साधा जा रहा है, जो कि गलत है। मुझे महत्वहीन समझा जा रहा है। सिर्फ मेरे ही खिलाफ ऐक्शन क्यों लिया जा रहा है? बाकी नेताओं-मंत्रियों के खिलाफ क्यों नहीं? मैं हमेशा ही बेहतर परफॉर्मर रहा हूं।'
लोकसभा चुनाव-2019 के बाद अमरिंदर और सिद्धू में जुबानी जंग चल रही है
लोकसभा चुनाव-2019 के नतीजों के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच विवाद चल रहा है। अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू पर आरोप लगाया था कि कि वह राज्य में कांग्रेस को ‘नुकसान’ पहुंचा रहे हैं और वह खुद मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं।