नई दिल्ली। 11 मई साल का 131वां दिन है और भारत ने इस दिन एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर दुनिया को बता दिया था कि हम भी किसी से कम नहीं हैं। हम बात कर रहे हैं 1998 में हुए पोखरण परमाणु परीक्षण की। 11 मई 1998 को भारत सरकार ने पोखरण में सफलतापूर्वक परमाणु परीक्षण करने का ऐलान किया था। इस परीक्षण के बाद से भारत 11 मई को राष्ट्रीय तकनीकी दिवस के रूप में मनाता आ रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपयी को नमन किया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, कोविड से लड़ने में भी तकनीक के योद्धा अपना योगदान दे रहे हैं। हम उन्हें सलाम करते हैं। उन्होंने 1998 में पोखरण परमाणु परीक्षण को याद करते हुए इसे मजबूत राजनीतिक नेतृत्व बताया।
पीएम मोदी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपयी के राजनीतिक नेतृत्व को नमन किया। अटल जी की याद में अपने 'मन की बात' कार्यक्रम से जुड़े एक वीडियो को शेयर करते हुए पीएम मोदी ने लिखा, '1998 में पोखरण परीक्षण ने यह भी दिखाया कि एक मजबूत राजनीतिक नेतृत्व किस तरह का फर्क ला सकता है। 'मन की बात' के एक प्रोग्राम में मैंने पोखरण, भारतीय वैज्ञानिकों और अटल जी के उल्लेखनीय नेतृत्व में ये बातें कहीं थीं।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 मई 1998 को पोखरण में भारत के परमाणु परीक्षण की 22वीं वर्षगांठ पर देश के वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं दीं। पीएम ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपयी के नेतृत्व को सलाम किया। परमाणु क्षेत्र में भारत की ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में 11 मई को राष्ट्रीय तकनीकी दिवस मनाया जाता है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'राष्ट्रीय तकनीकी दिवस पर मैं उन सभी को सलाम करता हूं, जो दूसरों की जिंदगी में तकनीक के जरिए सकारात्मक बदलाव लाते हैं। मैं 1998 में आज के दिन हमारे वैज्ञानिकों की असाधारण उपलब्धि को याद करता हूं। यह भारत के इतिहास मील का पत्थर साबित हुआ था, ऐतिहासिक क्षण था।'