National Science Day: महान वैज्ञानिक सीवी रमन को समर्पित है राष्ट्रीय विज्ञान दिवस, दुनिया को दी थी ये थ्योरी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 28, 2019 18:36 IST2019-02-28T18:36:22+5:302019-02-28T18:36:22+5:30
National Science Day: 1928 में महान वैज्ञानिक सी.वी रमन ने प्रसिद्ध अविष्कार रमन इफेक्ट की खोज की थी। इस अविष्कार के कारण ही साल 1930 में उन्हें भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल पुरुस्कार से नवाजा गया था।

National Science Day: महान वैज्ञानिक सीवी रमन को समर्पित है राष्ट्रीय विज्ञान दिवस, दुनिया को दी थी ये थ्योरी
भारत में हर साल नेशनल साइंस डे 28 फरवरी को मनाया जाता है। आज ही के दिन 1928 में महान वैज्ञानिक सी.वी रमन ने प्रसिद्ध अविष्कार रमन इफेक्ट की खोज की थी। इस अविष्कार के कारण ही साल 1930 में उन्हें भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल पुरुस्कार से नवाजा गया था। सी.वी रमन के विज्ञान के क्षेत्र में योगदान के लिए 28 फरवरी 1987 को भारत सरकार ने उनके सम्मान में इस दिन को नेशनल साइंस डे घोषित किया था। यह अब तक का 32 वॉ नेशनल साइंस डे है।
रमन प्रभाव क्या कहता है
रमन प्रभाव ये कहता है कि जब प्रकाश की एक तरंग एक द्रव्य से निकलती है तो इस प्रकाश तरंग का कुछ भाग एक ऐसी दिशा में प्रकीर्ण हो जाता है जो कि आने वाली प्रकाश तरंग की दिशा से भिन्न है।
नेशनल साइंस डे का महत्व
साइंस और टेकनालॉजी के बिना रहना बहुत मुश्किल है। यही संदेश हर साल नेशनल साइंस डे पर दिया जाता है। भारत ने भी विज्ञान के क्षेत्र कई उपलब्धियां प्राप्त की हैं। बच्चों को विज्ञान को बतौर करियर के रुप में चुनने के लिए प्रोत्साहित करना हैं। जन साधारण को विज्ञान और वैज्ञानिक उपलब्धियों के बारे में सजग बनाना भी इसका उद्देश्य हैं।
नेशनल साइंस डे 2019 थीम
इस साल नेशनल साइंस डे पर "विज्ञान के लिए लोग और लोगों के लिए विज्ञान" यह थीम रखी हैं। पिछले साल रखी गई थीम थी"साइंस और टेकनालॉजी बेहतर भविष्य के लिए।"
महान वैज्ञानिक सी.वी रमन के वचन
- "आप ये हमेशा नहीं चुन सकते की कौन आपके जीवन में आएगा, लेकिन जो भी हो आप उनसे हमेशा शिक्षा ले सकते हो वो हमेशा आपको एक सीख ही देगा।"
- "अगर कोई आपके बारे में वे अपने तरीके से सोचता है, तो वह अपने दिमाग के सबसे अच्छे जगह को बर्बाद करता है और यह उनकी समस्या हो सकती है आपकी नहीं।"
- "आधुनिक भौतिक विज्ञान के बारे में उन्होंने कहा कि आधुनिक भौतिक विज्ञान को पूरी तरह से परमाणु संविधान की मूलभूत परिकल्पना पर बनाया गया है। "