एंटीजन एसपीएजी9 के लिए राष्ट्रीय प्रतिरक्षा विज्ञान संस्थान को मिला ट्रेडमार्क
By भाषा | Updated: June 4, 2021 21:47 IST2021-06-04T21:47:27+5:302021-06-04T21:47:27+5:30

एंटीजन एसपीएजी9 के लिए राष्ट्रीय प्रतिरक्षा विज्ञान संस्थान को मिला ट्रेडमार्क
नयी दिल्ली, चार जून राष्ट्रीय प्रतिरक्षा विज्ञान संस्थान (एनआईआई) द्वारा विकसित एसपीएजी9 एंटीजन को एएसपीएजीएन आईआईटीएम ट्रेडमार्क मिला है। जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) ने शुक्रवार को इस बारे में बताया।
भारत के पहले स्वदेशी ट्यूमर एंटीजन एसपीएजी9 की खोज डीबीटी के एनआईआई में कैंसर अनुसंधान कार्यक्रम के प्रमुख डॉ. अनिल सूरी ने 1998 में की थी।
डीबीटी ने एक बयान में कहा, ‘‘वर्तमान में एएसपीएजीएन आईआईटीएम का इस्तेमाल सर्वाइकल, गर्भाशय के कैंसर में डेंड्राइटिक सेल (डीसी) आधारित इम्यूनोथेरेपी में किया जा रहा है और इसका उपयोग स्तन कैंसर में भी किया जाएगा।’’
डीबीटी ने कहा है कि कैंसर से हर साल भारत में 8.51 लाख लोगों की मौत हो जाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक 10 भारतीयों मे से एक को कैंसर होगा और 15 लोगों में से एक की मौत कैंसर से होगी।
इसलिए इस जानलेवा बीमारी से निपटने के लिए असाधारण खोज और उपचार के प्रयास की जरूरत है।
इम्यूनोथेरेपी एक नया दृष्टिकोण है जो कैंसर से लड़ने के लिए शरीर की आंतरिक क्षमता के आधार पर उपचार करता है। इसके तहत या तो प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूती मिलती है या टी-सेल को कैंसर सेल की पहचान करने और उन्हें खत्म करने के लिए ‘तैयार’ किया जाता है।
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