यूपी चुनाव से चंद महीने पहले पीएम मोदी के मंत्रिमंडल में सूबे के इन नेताओं को मिलेगी जगह, जानें क्या है इसके मायने
By विनीत कुमार | Updated: July 7, 2021 15:18 IST2021-07-07T15:16:48+5:302021-07-07T15:18:08+5:30
उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव है। ऐसे में पीएम नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल विस्तार में सोशल इंजीनियरिंग का पूरा प्रभाव नजर आ सकता है। यूपी से चार नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना लगभग तय है।

यूपी चुनाव से पहले मोदी के मंत्रिमंडल का विस्तार (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल का विस्तार आज शाम होने जा रहा है। इसमें कई नए चेहरों को जगह मिलने की उम्मीद है। वहीं मौजूदा मंत्रिमंडल से भी कई मंत्रियों के इस्तीफे का दौर जारी है। इसमें स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन सहित शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और संतोष गंगवार जैसे नाम शामिल हैं।
इन सबके बीच वे नए नाम भी लगभग सामने आ गए हैं, जिन्हें नए मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। इसमें यूपी से चार नए चेहरों के शामिल किए जाने की उम्मीद है। सूत्रों के अनुसार ये लगभग तय है कि चार नए चेहरे यूपी से शामिल होंगे।
यूपी चुनाव से पहले भाजपा का बड़ा दांव!
मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार ऐसे समय में किया जा रहा है जब अगले साल उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं। इसके अलावा पंजाब और उत्तराखंड जैसे राज्यों में भी विधानसभा चुनाव अगले साल होने हैं। हालांकि निगाहे यूपी पर टिकी होंगी, जहां भाजपा के सामने एक बार फिर सत्ता में वापसी की चुनौती होगी।
जानकारों के अनुसार यूपी चुनाव को देखते हुए सोशल इंजीनियरिंग के तहत सूबे से चार अहम नाम मंत्रिमंडल में शामिल किए जा रहे हैं। इसमें अपना दल की अनुप्रिया पटेल, भाजपा से कौशल किशोर, बीएल शर्मा, एसपी बघेल और अजय मिश्र टेनी शामिल हैं।
यहां ये भी बता दें कि कौशल किशोर यूपी के मोहन लालगंज से सांसद हैं। वहीं बीएल वर्मा वर्तमान में राज्यसभा सांसद हैं। एसपी बघेल आगरा से भाजपा सांसद हैं। अजय मिश्र टेनी खीरी लोकसभा सीट से सांसद हैं।
एससी, ओबीसी और ब्राह्मण वर्ग को भी खुश करने की कवायद
इन नामों पर गौर करें तो कौशल किशोर और एसपी बघेल एससी चेहरा हैं वहीं बीएल वर्मा ओबीसी वर्ग से आते हैं। जबकि अजय मिश्र टेनी ब्राह्मण चेहरा हैं। कुल मिलाकर सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश है।
हाल में जितिन प्रसाद जब कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए तो इसे भी पार्टी की ओर से ब्राह्मण वोट भुनाने की कोशिश के तौर पर देखा गया। दरअसल जानकारों के मुताबिक योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में कुछ मौकों पर ब्राह्मणों में सरकार के प्रति नाराजगी जैसी बात सामने आती रही है।
नए मंत्रिमंडल में ओबीसी चेहरों पर जोर
सूत्रों के अनुसार नए मोदी मंत्रिमंडल विस्तार के तहत 43 मंत्री शपथ ले सकते हैं। इसमें 27 ओबीसी समुदाय से मंत्री शामिल किए जाने की बात सामने आ रही है। वहीं ओबीसी के 5 मंत्रियों को कैबिनेट रैंक मिल सकती है।
जानकारों के अनुसार यूपी चुनाव को देखते हुए पिछड़ी और अति पिछड़ी जातियों का खास ध्यान रखा गया है। जाहिर तौर पर इसके जरिए मोदी सरकार ये दिखाने की कोशिश में है पिछड़ी जातियों को महत्व दिया जा रहा है।