महाराष्ट्र के चर्चित डॉक्टर नरेंद्र दाभोलकर हत्याकांड में इस्तेमाल हथियार नष्ट करने के लिए सीबीआई समुद्र में खोजबीन करेगी। शुक्रवार को सीबीआई ने इस बात की जानकारी पुणे कोर्ट को दी। सीबीआई ने यह भी बताया कि फिलहाल जलस्तर बढ़ा हुआ है। जैसे ही जलस्तर में कमी आएगी सर्च ऑपरेशन शुरू किया जाएगा। गौरतलब है कि दाभोलकर हत्याकांड में हथियार नष्ट करने के आरोपी मुंबई हाईकोर्ट के वकील संजीव पुनालेकर को पांच जुलाई को जमानत मिली थी।
सीबीआई के वकील अनिल सिंह ने अदालत को बताया कि जांच एजेंसी ने ठाणे जिले में स्थित क्रीक में एक अस्थायी प्लेटफार्म लगाने के लिए महाराष्ट्र तटीय जोन प्रबंध प्राधिकरण (एमसीजेडएमए) से इजाजत मांगी थी, ताकि गोताखोर हत्या में इस्तेमाल हथियार ढूंढ सकें। सीबीआई के मुताबिक एक गिरफ्तार आरोपी ने हथियारों को नष्ट कर क्रीक में फेंक दिया था।
अंधविश्वास के खिलाफ काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर की 20 अगस्त 2013 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सबूत नष्ट करने की कोशिश और आरोपियों को मदद करने के आरोप में संजीव पुनालेकर और विक्रम भावे को गिरफ्तार किया गया था। संजीव सनातन संस्था के वकील हैं।
पुनालेकर का नाम साल 2010 में सनातन संस्था के साधक प्रशांत जुवेकर से पूछताछ के दौरान और इसके बाद 2009 के गोवा ब्लास्ट केस में भी सामने आया था। तब पुनालेकर को साक्ष्यों के अभाव में बरी कर दिया गया था।