नारद मामला: तृणमूल कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी के बाद बंगाल में प्रदर्शन

By भाषा | Updated: May 17, 2021 16:40 IST2021-05-17T16:40:08+5:302021-05-17T16:40:08+5:30

Narada case: Protest in Bengal after arrest of Trinamool Congress leaders | नारद मामला: तृणमूल कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी के बाद बंगाल में प्रदर्शन

नारद मामला: तृणमूल कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी के बाद बंगाल में प्रदर्शन

कोलकाता, 17 मई नारद स्टिंग मामले में सीबीआई द्वारा पश्चिम बंगाल के दो वरिष्ठ मंत्रियों, एक विधायक एवं पार्टी के एक पूर्व नेता की गिरफ्तारी के विरोध में तृणमूल कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सोमवार को शहर में और राज्य के अन्य स्थानों पर रैलियां निकालीं तथा लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन किया।

बड़ी संख्या में तृणमूल कांग्रेस समर्थकों को यहां सीबीआई के दफ्तर तथा राजभवन के बाहर प्रदर्शन करते हुए देखा गया, जिन्हें हटाने के लिए पुलिस पहुंची।

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को राज्य सरकार के मंत्रियों फरहाद हकीम और सुब्रत मुखर्जी, विधायक मदन मित्रा के साथ पार्टी के पूर्व नेता शोभन चटर्जी को नारद स्टिंग मामले में कथित संलिप्तता के सिलसिले में कोलकाता में गिरफ्तार किया। नारद स्टिंग मामले में कुछ नेताओं द्वारा कथित तौर पर धन लिए जाने के मामले का खुलासा हुआ था।

इसके विरोध में तृणमूल कांग्रेस के समर्थक यहां झंडे लहरा रहे थे और सीबीआई तथा केंद्र की भाजपा नीत राजग सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे थे। उन्होंने राजभवन के बाहर राज्यपाल जगदीप धनखड़ के खिलाफ भी नारेबाजी की, जिन्होंने हाल ही में चारों नेताओं पर अभियोग चलाने की मंजूरी दी थी।

सीबीआई का दफ्तर निजाम पैलेस में स्थित है। यहां पर तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने मुख्य द्वार के सामने लगाये गये अवरोधकों को तोड़ दिया और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारे लगाए।

कुछ प्रदर्शनकारियों ने यहां पर बड़ी संख्या में तैनात सुरक्षाकर्मियों पर पथराव किया और प्लास्टिक की बोतलें भी फेंकीं।

इसके अलावा हुगली जिले के आरामबाग और उत्तर 24 परगना के कमरहाटी समेत अन्य इलाकों में प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाये, सड़कों को अवरुद्ध किया और पार्टी नेताओं को तत्काल छोड़ने की मांग की।

तृणमूल कांग्रेस की युवा इकाई के अध्यक्ष और पार्टी सांसद अभिषेक बनर्जी ने प्रदर्शनकारियों से न्यायपालिका में भरोसा रखने की अपील की।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक ने ट्वीट किया, ‘‘मैं सभी से कानून का पालन करने का आग्रह करता हूं और पश्चिम बंगाल तथा उसकी जनता के व्यापक हित में लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने वाली किसी भी गतिविधि से बचने की अपील करता हूं।’’

पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘बंगाल में रोजाना आने-जाने वाले जिन मुसाफिरों को राज्य की जनता ने चुनाव में पूरी तरह नकार दिया, उन्होंने इस महामारी के संकट के बीच पिछले दरवाजे से घुसने की साजिश रची है।’’

उन्होंने भी तृणमूल कार्यकर्ताओं से संयम बरतने का आग्रह किया।

कुणाल घोष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गये मुकुल रॉय और शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गयी है जबकि उनके नाम भी मामले में सामने आये थे।

इन आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि रॉय और अधिकारी ने सीबीआई की जांच में सहयोग दिया जबकि हिरासत में लिये गये तृणमूल नेताओं ने ऐसा नहीं किया।

उन्होंने प्रदर्शनकारियों द्वारा लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन किये जाने की निंदा की।

दिलीप घोष ने कहा, ‘‘सड़कों पर प्रदर्शन करने के बजाय पार्टी को कानूनी रास्ता अपनाना चाहिए।’’

नारद टीवी न्यूज चैनल के मैथ्यू सैमुअल ने 2014 में कथित स्टिंग ऑपरेशन किया था, जिसमें तृणमूल कांग्रेस के मंत्री, सांसद और विधायक लाभ के बदले में एक कंपनी के प्रतिनिधियों से कथित तौर पर धन लेते नजर आए थे।

यह टेप पश्चिम बंगाल में 2016 के विधानसभा चुनाव के ठीक पहले सार्वजनिक किया गया था।

कलकत्ता उच्च न्यायालय ने स्टिंग ऑपरेशन के संबंध में मार्च 2017 में सीबीआई जांच का आदेश दिया था।

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Web Title: Narada case: Protest in Bengal after arrest of Trinamool Congress leaders

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