नागपुरः ट्रैफिक पुलिस के मोबाइल में होगी हर वाहन की कुंडली, स्मार्ट नाकाबंदी एप्प लांच, जानिए सबकुछ
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: January 7, 2021 13:16 IST2021-01-07T13:15:32+5:302021-01-07T13:16:33+5:30
नागपुर ट्रैफिक पुलिसः बीते दो साल में ट्रैफिक ब्रांच ने 35 करोड़ का ई-चालान किया है. इसमें से 19 करोड़ का जुर्माना नागरिकों ने अदा कर दिया है लेकिन 44 प्रतिशत यानी 16 करोड़ का ई-चालान वाहन चालकों पर बकाया है.

एप्प का इस्तेमाल करके ई-चालान करने के साथ जुर्माना वसूल कर सकते हैं. (file photo)
जगदीश जोशी
नागपुरः ट्रैफिक पुलिस के चालान को हल्के से लेने वाले वाहन चालकों को अब परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. ट्रैफिक ब्रांच के अधिकारी-कर्मियों को 'स्मार्ट नाकाबंदी' एप्प उपलब्ध कराया गया है.
बार कोड की तरह किसी भी वाहन का नंबर स्कैन करते ही बकाया चालान का पूरा ब्यौरा सामने आ जाएगा. तीन अथवा उससे अधिक चालान बकाया होने पर ट्रैफिक पुलिस उक्त वाहन को डिटेन कर लेगी. ट्रैफिक ब्रांच ने बुधवार से यह मुहिम आरंभ की है. ज्ञात हो कि ट्रैफिक पुलिस चालान डिवाइस (उपकरण) के अलावा शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों से ई-चालान करती है.
रोज सैकड़ों की संख्या में ई-चालान होते हैं. कई वाहन चालकों को मोबाइल पर मैसेज से ई-चालान की सूचना भी मिल जाती है. बीते दो साल में ट्रैफिक ब्रांच ने 35 करोड़ का ई-चालान किया है. इसमें से 19 करोड़ का जुर्माना नागरिकों ने अदा कर दिया है लेकिन 44 प्रतिशत यानी 16 करोड़ का ई-चालान वाहन चालकों पर बकाया है. इसकी वसूली के लिए ट्रैफिक ब्रांच ने समय-समय पर विशेष मुहिम चलाई है.
ई-चालान का पता लगाने के लिए डिवाइस की जरूरत होती है
इसके बाद भी वह वसूली के लक्ष्य को छू नहीं पा रही है. बकाया ई-चालान का पता लगाने के लिए डिवाइस की जरूरत होती है. ट्रैफिक ब्रांच के हर कर्मचारी के लिए डिवाइस उपलब्ध नहीं है. इसे देखते हुए स्मार्ट नाकाबंदी एप्प लांच किया गया. यह एप्प ट्रैफिक ब्रांच के प्रत्येक अधिकारी-कर्मचारी के मोबाइल पर रहेगा.
उन्हें स्वतंत्र आईडी दी जाएगी, जिसके माध्यम से वह एप्प का इस्तेमाल करके ई-चालान करने के साथ जुर्माना वसूल कर सकते हैं. स्मार्ट नाकाबंदी एप्प में बकाया ई-चालान का पता करना बेहद आसान है. एप्प पर वाहन की नंबर प्लेट स्कैन करते ही अथवा नंबर डालते ही उक्त वाहन पर बकाया ई-चालान की जानकारी मिल जाएगी. संबंधित वाहन पर तीन अथवा उससे अधिक चालान बकाया मिलने पर चालक को जुर्माना अदा करने को कहा जाएगा. यदि वह इससे इनकार करता है तो वाहन को मौके पर ही डिटेन कर लिया जाएगा.
वाहन चालकों को ई-चालान की जानकारी ही नहीं होती है
पुलिस का मानना है कि कई मौकों पर वाहन चालकों को ई-चालान की जानकारी ही नहीं होती है. इसी वजह से वह ट्रैफिक ब्रांच में नागरिकों को बेवजह परेशान नहीं करना चाहती है. उसका मकसद बकाया ई-चालान की वसूली करके वाहन चालकों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करना है. इसीलिए तीन चालान होने पर भी वाहन चालक को जुर्माना अदा करने का मौका दिया जाएगा.
इस एप्प के माध्यम से ट्रैफिक ब्रांच के अधिकारी-कर्मचारी आपस में जुड़े रहेंगे. मसलन कोई भी कर्मचारी उसके द्वारा की गई कार्रवाई का पूरा ब्यौरा दूसरे स्थान पर मौजूद अपने अधिकारी अथवा साथी को तत्काल भेज सकता है. जिससे कार्रवाई से बचकर भाग निकलने वाले वाहन चालकों को पकड़ना भी आसान हो जाएगा.
16 करोड़ की वसूली के लिए ट्रैफिक ब्रांच ने पूरी तरह से कमर कस ली है
आसान नहीं होगा गच्चा देना 16 करोड़ की वसूली के लिए ट्रैफिक ब्रांच ने पूरी तरह से कमर कस ली है. चौराहों के अलावा मॉल अथवा बड़ी पार्किंग के पास भी यह मुहिम चलाई जाएगी. ऐसे में बकाया जुर्माना अदा करने से बचना अब आसान नहीं होगा.
ट्रैफिक ब्रांच के डीसीपी सारंग आव्हाड़ ने कहा कि दो साल के दौरान 16 करोड़ के ई-चालान बकाया हैं. नागरिकों से समय-समय पर इसे अदा करने की अपील की गई है. इसकी वसूली के लिए मुहिम भी चलाई गई है. लोगों के जुर्माना अदा करने के लिए स्वयंस्फूर्त प्रतिसाद नहीं दिए जाने से यह मुहिम शुरू की गई है. राज्य में नागपुर और ठाणे में ही इसे लागू किया गया है.

