नागपुर-शिरडी समृद्धि महामार्ग खुलने में दो माह की देरी, जानें क्या है कारण
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: April 6, 2021 14:06 IST2021-04-06T14:05:54+5:302021-04-06T14:06:41+5:30
नागपुर से शिरडी तक के लगभग 520 किमी लंबे हिस्से का शुभारंभ महाराष्ट्र दिवस यानी 1 मई को किया जाना था.

महामार्ग के दोनों ओर सुरक्षा दीवार होगी. साथ ही 20 पेट्रोल पंपों का निर्माण भी किया जाएगा. (file photo)
विनय उपासनी
मुंबईः महाराष्ट्र सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना हिंदू हृदयसम्राट बालासाहब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग परियोजना के पहले भाग के शुभारंभ का मुहूर्त दो माह टलने के आसार हैं.
नागपुर से शिरडी तक के लगभग 520 किमी लंबे हिस्से का शुभारंभ महाराष्ट्र दिवस यानी 1 मई को किया जाना था. लेकिन, कोविड महामारी की दूसरी लहर के चलते कई मजदूरों और पर्यवेक्षकों के संक्रमित होने का इस हिस्से के निर्माण कार्य पर असर पड़ा है.
इसमें से नागपुर कोविड हॉटस्पॉट बन गया है, जिससे नागपुर और वर्धा के दो पैकेज में होने वाले निर्माण कार्य की सामग्री की आपूर्ति में बाधा पड़ी है. इससे निर्माण कार्य रुक गया है. नागपुर को मुंबई को जोड़ने वाला समृद्धि महामार्ग 701 किमी लंबा है. उसमें से नागपुर से शिरडी तक का हिस्सा पहली मई को खोला जाना था.
सुरक्षा दीवार एवं पेट्रोल पंप बनाने में बाधा: इस महामार्ग के दोनों ओर सुरक्षा दीवार होगी. साथ ही 20 पेट्रोल पंपों का निर्माण भी किया जाएगा. लेकिन, यह काम भी ठप पड़ गया है. बॉक्स महामार्ग का काम 16 संभागों में प्रगतिपथ पर है. उसमें विभिन्न राज्यों से आए 30 हजार मजदूर कार्यरत हैं. लेकिन, कोविड महामारी की दूसरी लहर के चलते मजदूरों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई है. इसके अलावा पर्यवेक्षकों के संक्रमित होने से निर्माण कार्य बाधित हो गया है.
किस हिस्से में क्या अड़चन
नासिक (पूर्व) : 96 मजदूर
नासिक (पश्चिम) : 175 मजदूर होली के लिए गांव गए, पर लॉक डाउन के डर से नहीं लौटे
जालना : 42 (12 पर्यवेक्षक, 23 मजदूर)
हम लगातार जमीनी कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं. कोविड की दूसरी लहर का समृद्धि महामार्ग के निर्माण कार्य पर हुए असर का विश्लेषण करेंगे. इसके बाद निर्माण के पैकेज का पुन:नियोजन हम कर रहे हैं. - राधेश्याम मोपलवार, उपाध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल