देहरादून/कोलकाता, 16 नवंबर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने मंगलवार को कहा कि पश्चिम बंगाल तृणमूल कांग्रेस के शासन में भ्रष्टाचार, खून-खराबा और अराजकता का पर्याय बन गया है। नड्डा के इस बयान पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीखी प्रतिक्रिया दी।
नड्डा की आलोचना करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने उनके बयान को राज्य को ‘बदनाम करने’ का प्रयास करार दिया तथा कहा कि भाजपा को उसके शासन वाले राज्यों की स्थिति पर नजर डालनी चाहिए।
नड्डा ने उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले के मुख्यालय रूद्रपुर में बंगाली समाज के लोगों को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। नड्डा ने कहा, ‘‘एक समय था जब बंगाल ने देश को रास्ता दिखाया, लेकिन आज वह बुरे दौर से गुजर रहा है।’’
उन्होंने कहा कि जिस बंगाल का नाम कभी महान समाज सुधारकों, चिंतकों, साहित्यकारों, वैज्ञानिकों से जुडा हुआ था, आज वह तृणमूल कांग्रेस के शासनकाल में भ्रष्टाचार, खूनखराबा और अराजकता का पर्याय बन गया है।
स्वामी विवेकानंद, रवींद्रनाथ टैगोर, श्री अरबिंदो, बंकिमचंद्र चटर्जी, राजा राममोहन रॉय, सुभाष चंद्र बोस से लेकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का नाम लेते हुए नड्डा ने कहा कि देश को गौरवान्वित करने वाली इन विभूतियों की धरती पश्चिम बंगाल का वर्तमान बहुत खराब हो गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल में किसी भी योजना की बात करो, उसमें भ्रष्टाचार। मिड डे मील-भ्रष्टाचार, सड़क बनाना हो-भ्रष्टाचार, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना-भ्रष्टाचार। तृणमूल कांग्रेस के नेता भ्रष्टाचार कर रहे हैं।’’
भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया, ‘‘चुनावी नतीजे आने के बाद से पश्चिम बंगाल में यौन उत्पीड़न के 123 मामले सामने आए और 53 हत्याएं हो गयीं। लोगों को अपना घर छोडकर विस्थापित होना पड़ा और ऐसे 191 शरणार्थियों को भाजपा आश्रय दे रही है।’’
उन्होंने बंगाली समाज के लोगों से अपील की कि वह पहले यहां पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनाएं और उसके बाद आने वाले समय में प्रजातांत्रिक तरीके से बंगाल में भी भाजपा को जिताएं, जिससे वहां की स्थिति बदल सके।
दुनिया में कहीं भी रहने वाले भारतीय मूल के लोगों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों के बारे में चर्चा करते हुए नड्डा ने मोदी के बांग्लादेश दौरे के समय उनके मतुआ समुदाय के मंदिर में जाने का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि मोदी ने ऐसा करके यह संदेश दिया कि ‘‘यह हमारा समाज है और उसकी रक्षा करने के लिए हम आगे आएंगे।’’
नड्डा ने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून का उद्देश्य भारतीय मूल के लोगों को गरिमापूर्ण जीवन देना है, जो विदेशी धरती पर उत्पीड़न का शिकार होने के कारण भारत आए हैं। उन्होंने उत्तराखंड में रहने वाले बंगाली समाज को याद दिलाया कि धामी ने उनके जाति प्रमाणपत्र में लिखे जाने वाले 'पूर्वी पाकिस्तान' शब्द से उन्हें मुक्त किया।
अगस्त में उत्तराखंड मंत्रिमंडल ने एक प्रस्ताव पारित कर बंगाली समाज के लोगों के जाति प्रमाणपत्र से यह शब्द हटा दिया था।
नड्डा की टिप्पणियों पर बनर्जी ने कहा कि भाजपा को अपने राज्यों में स्थिति पर नजर डालनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में हाल के त्योहारों में एक भी अप्रिय घटना नहीं घटी। उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल जो आज सोचता है, देश उसे कल सोचता है। ’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ कई ऐसे लोग हैं, जो बंगाल को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। आज मैंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष (नड्डा) को उत्तराखंड में बसे बंगालियों के सामने भाषण देते देखा। उन्होंने कहा कि बंगाल में अराजकता है। मैं कहूंगी कि परोपकार अपने घर से शुरू होता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ देख लीजिए कि उत्तर प्रदेश, गुजरात, त्रिपुरा और असम में क्या हो रहा है । बंगाल की आलोचना करने से पहले आईने में अपना चेहरा देखिए।
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