लाइव न्यूज़ :

मेरी बेटी की हत्या की गई, लेकिन वहह मेरी छात्राओं में जीवित है: न्याय का इंतजार कर रहे पिता ने कहा

By भाषा | Updated: November 10, 2021 23:47 IST

Open in App

पटना, 10 नवंबर एक युवा मरीन इंजीनियर करीब एक दशक पहले इस लक्ष्य के साथ मुंबई से अपने प्रदेश बिहार के समस्तीपुर जिले के पटोरी बाजार में आया था कि वह क्षेत्र की लड़कियों के कौशल विकास में योगदान देगा और कुछ महीने पहले हुई अपनी बेटी की हत्या के बावजूद उसने हौसला नहीं हारा है।

मुंबई में एक आशाजनक करियर छोड़कर बिहार लौटे वैशाली जिले के कर्णौती गांव निवासी उमाशंकर ठाकुर (45) को अपनी किशोर बेटी की हत्या के आघात से जूझते हुए खुद को संभालने और अपने संस्थान को चलाने के लिए मजबूत संकल्प और दृढ़ विश्वास की शक्ति की आवश्यकता है।

तीन बच्चों के पिता उमाशंकर ने अपनी बेटी की हत्या की वारदात को याद करते हुए कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि कल ही की बात है, जब मेरी बेटी मुझसे मिलने साइकिल पर मेरे संस्थान के लिए निकली थी जो कि घर से 14 किलोमीटर दूर है। वह वहां नहीं आई, लेकिन उसकी जघन्य तरीके से हत्या की खबर आई।’’

इसी वर्ष 14 सितंबर को हमलावरों ने उमाशंकर की बेटी की चाकू मारकर हत्या कर दी थी। उमाशंकर के संस्थान का नाम ‘डॉटर्स डेवलपमेंट ग्रुप’ है जहां 300 रुपये के मामूली मासिक शुल्क पर प्रतिदिन छह घंटे की कोचिंग प्रदान की जाती है और उनके संस्थान से कोचिंग प्राप्त करने वाली कई छात्राएं पूर्व में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान और नीट में प्रवेश पाने में सफल रही हैं।

उमाशंकर बताते हैं, ‘‘मुझे पता है कि मेरी बेटी अब नहीं है, लेकिन मुझे यह भी लगता है कि वह इन लड़कियों के रूप में जीवित है, जिनमें से कई उसकी उम्र की हैं। मुझे उनके लिए काम करना जारी रखना है।

शोक संतप्त पिता को इस बात का संतोष है कि कथित अपराधियों को उनकी बेटी की हत्या के तुरंत बाद पकड़ लिया गया था, पर उन्हें सजा मिलने में हो रही देरी के कारण वह न्याय मिलने को लेकर शंकित हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ मैं राज्य सरकार और अन्य संबंधित अधिकारियों से इस मामले में त्वरित सुनवाई सुनिश्चित करने का अनुरोध करता हूं । मेरी बेटी को इंसाफ मिलेगा।’’

उमाशंकर की पुत्री की हत्या की स्थानीय लोगों ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की थी। लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी शोक संतप्त परिवार से मुलाकात थी।

वैशाली के पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार को भरोसा है कि घटना के 10 दिनों के भीतर गिरफ्तार किए गए आरोपियों को त्वरित सजा मिलेगी।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारतBMC छोड़ सभी निकायों में सीट बंटवारा पूरा?, राज और उद्धव ठाकरे में गठजोड़, ऐलान 20-25 दिसंबर के बीच

भारतNagpur Solar Plant: पानी की टंकी गिरने से 6 लोगों की मौत

कारोबारगृह मंत्री की डेड लाइन से पहले हमने खत्म कर दिया नक्सलवाद, नक्सलियों के पास थे पाकिस्तानी सेना जैसे हथियार?, सीएम मोहन यादव ने विधानसभा में रखे विचार

कारोबारस्वास्थ्य क्षेत्र में 42000 नई नौकरी, मुख्यमंत्री यादव ने विधान सभा पटल पर रखा पक्ष

क्राइम अलर्टधारः शिवानी लॉज में पुलिस अधिकारी करण सिंह रावत की संदिग्ध मौत, संघर्ष या बाहरी चोट का सबूत नहीं मिला

भारत अधिक खबरें

भारतनीतीश सरकार के 125 यूनिट मुफ्त बिजली योजना के कारण केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी पीएम सूर्य घर योजना पर पड़ा बुरा असर

भारतबिहार हिजाब विवादः 20 दिसंबर को डॉ नुसरत प्रवीण ज्वाइन करेंगी सरकारी नौकरी, सीएम नीतीश कुमार के समर्थन में उतरे NDA नेता, देखिए किसने क्या कहा

भारतपीएम मोदी भारत में X की नई 'सबसे ज़्यादा पसंद की जाने वाली' रैंकिंग में सबसे आगे

भारतभाजपा कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद नितिन नबीन पहली बार 23 दिसंबर को पटना पहुंचेंगे, भव्य रोड शो में शामिल हो सकते अमित शाह

भारतVIDEO: डिंपल यादव बोलीं, राम के नाम का राजनीतिक फायदा उठाना चाहती है भाजपा