मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता ने मीडिया संस्थाओं को भेजा 10 करोड़ रुपये के मानहानि का नोटिस
By भाषा | Updated: April 15, 2020 21:16 IST2020-04-15T21:16:57+5:302020-04-15T21:16:57+5:30
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना खलील उर रहमान सज्जाद नोमानी ने करीब 18 मीडिया संस्थाओं को नोटिस भेजा है।

खलील उर रहमान सज्जाद नोमानी ने कहा कि उनकी जबरदस्त मानहानि हुई है। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
लखनऊ। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना खलील उर रहमान सज्जाद नोमानी ने दिल्ली के निजामुद्दीन में पिछले महीने हुए एक धार्मिक कार्यक्रम को लेकर उपजे विवाद से जुड़ी खबरों में इस कार्यक्रम के आयोजक मौलाना साद कांधलवी के बजाय उनकी तस्वीर का इस्तेमाल किये जाने पर कुछ मीडिया संस्थानों को 10 करोड़ रुपए के मानहानि का नोटिस भेजा है।
नोमानी ने बुधवार को करीब 18 मीडिया संस्थाओं को भेजे नोटिस में कहा है कि उन्होंने निजामुद्दीन मरकज में आयोजित कार्यक्रम से जुड़ी खबरों में मौलाना साद की तस्वीर दिखाने के बजाय उनकी तस्वीर का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि इससे उन्हें गहरा आघात लगा है और उनकी जबरदस्त मानहानि हुई है।
उन्होंने संबंधित सभी मीडिया संस्थाओं से कहा है कि वे सभी बिना शर्त उनसे माफी मांगें और अपने चैनल अखबार या पोर्टल पर इसे प्रमुखता से प्रकाशित-प्रसारित करें। उन्होंने कहा कि साथ ही वे भविष्य में ऐसी कोई हरकत न करने का लिखित आश्वासन दें। नहीं तो वह न सिर्फ मानहानि की रकम की वसूली के लिए कानूनी कार्रवाई आगे बढ़ाएंगे बल्कि इन मीडिया संस्थानों के लाइसेंस भी निरस्त कराने की कार्रवाई भी शुरू कराएंगे।
नोमानी ने गत दो अप्रैल को संबंधित विभिन्न मीडिया संस्थानों को लिखे खुले पत्र में कहा था कि वे अपनी इस गलती के लिए बिना शर्त माफी मांगें, नहीं तो वह उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। उन्होंने दावा किया कि मरकज संबंधी विवाद उठने के बाद मीडिया में मौलाना साद के बजाय उनकी तस्वीर का इस्तेमाल किए जाने पर उन्होंने संबंधित मीडिया संस्थानों में से कुछ को फोन करके यह गलती सुधारने को कहा था लेकिन इसके बावजूद उनकी तस्वीर लगाकर मरकज से जुड़ी खबरें छपी और प्रसारित की गईं।