मुंबईः शिवसेना कार्यकर्ताओं ने 'अडानी एयरपोर्ट' को लेकर की तोड़फोड़, इसलिए ग्रुप से नाराज है पार्टी
By अभिषेक पारीक | Updated: August 2, 2021 16:28 IST2021-08-02T16:11:31+5:302021-08-02T16:28:27+5:30
शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने एक साइन बोर्ड पर अपना गुस्सा निकाला। शिवसेना कार्यकर्ताओं ने एयरपोर्ट के संचालक अडानी ग्रुप के प्रति अपनी नाराजगी जताते हुए उन्होंने 'अडानी एयरपोर्ट' के बोर्ड को नुकसान पहुंचाया।

शिवसेना की नाराजगी छत्रपति शिवाजी के नाम को हटाने को लेकर थी।
मुंबई के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के नजदीक शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने एक साइन बोर्ड पर अपना गुस्सा निकाला। शिवसेना कार्यकर्ताओं ने एयरपोर्ट के संचालक अडानी ग्रुप के प्रति अपनी नाराजगी जताते हुए उन्होंने 'अडानी एयरपोर्ट' के बोर्ड को नुकसान पहुंचाया।
शिवसेना की नाराजगी छत्रपति शिवाजी के नाम को हटाने को लेकर थी। शिवसेना का आरोप है कि मुंबई के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का नाम पहले छत्रपति शिवाजी महाराज एयरपोर्ट के नाम से जाना जाता था, लेकिन अब यहां पर अडानी एयरपोर्ट का बोर्ड लगा दिया गया है। शिवसेना कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह सहन नहीं किया जाएगा। शिवसेना महाविकास अघाड़ी सरकार में शामिल शिवसेना मुंबई एयरपोर्ट के नाम को बदले जाने से काफी नाराज हैं।
Maharashtra: Shiv Sena workers vandalise Adani signboard, which was placed near Chhatrapati Shivaji Maharaj International Airport in Mumbai pic.twitter.com/mzfypdwp0A
— ANI (@ANI) August 2, 2021
पिछले महीने ही नियंत्रण में लिया था एयरपोर्ट
पिछले महीने ही अडानी समूह ने जीवीके समूह के नियंत्रण से मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का प्रबंधन अपने हाथ में लिया है। जिसके बाद अडानी समूह के पास छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की 74 फीसद हिस्सेदारी हो गई है। समूह ने इसमें से 50.5 फीसद हिस्सेदारी जीवीके समूह से खरीदी है, वहीं 23.5 फीसद हिस्सेदारी छोटे हिस्सेदारों से खरीदी है।
कई बड़े एयरपोर्ट का संचालन अडानी ग्रुप के पास
बता दें कि अडानी समूह ने पिछले कुछ सालों में देश के कई बड़े एयरपोर्ट्स का संचालन अपने हाथ में लिया है। मुंबई के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के संचालन की जिम्मेदारी लेने के बारे में अडानी समूह के प्रमुख गौतम अडानी ने खुद ट्वीट कर जानकारी दी थी।
विपक्षी पार्टियां साध रही निशाना
विपक्षी पार्टियों को अडानी समूह के पास एयरपोर्ट्स के संचालन को दिया जाना पसंद नहीं आ रहा है। इसे लेकर कई बार पीएम मोदी और भाजपा पर विपक्षी पार्टियां निशाना भी साध चुकी है।