भोपाल, तीन अगस्त मध्यप्रदेश में बाढ़ प्रभावित शिवपुरी जिले में मंगलवार को लगभग 24 घंटे तक पेड़ पर फंसे तीन लोगों के अलावा पांच अन्य लोगों को भारी बारिश के बीच बचाव दल द्वारा बचाया गया। अधिकारियों ने बताया कि ग्वालियर-चंबल संभाग में भारी बारिश से 1,171 गांव प्रभावित हुए हैं।
प्रदेश के गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेश राजौरा ने बताया कि शिवपुरी, श्योपुर, ग्वालियर और दतिया जिलों में बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव कार्य के लिए सेना को बुलाया गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्थिति की जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने प्रदेश को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
प्रदेश सरकार के अधिकारियों ने बताया कि शिवपुरी जिले के बाढ़ प्रभावित पिपौड़ा गांव से मंगलवार सुबह पांच लोगों को बचाया गया। इसके अलावा शिवपुरी के बीची गांव में एक पेड़ पर लगभग 24 घंटे तक फंसे तीन लोगों को भी बचाया गया।
मुख्यमंत्री चौहान ने भोपाल में पत्रकारों से कहा, ‘‘ राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के एक दल में मंगलवार को नाव की मदद से इन लोगों को बचाया।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही प्रदेश के बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करवाया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में विशेष रूप से शिवपुरी और श्योपुर जिलों में अत्यधिक बारिश के कारण कुल 1,171 गांव प्रभावित हुए है। जहां 800 मिलीमीटर तक बारिश होने के कारण बाढ़ आ गई है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और एसडीआरएफ के बचाव दलों द्वारा अब तक 1600 लोगों को बचाया गया है जबकि 200 गांव अब भी बाढ़ की चपेट में हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को बचाने के लिए नावों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं बाढ़ प्रभावित जिलों के कलेक्टरों और अन्य अधिकारियों से संपर्क में हूं और लोगों को सुरक्षा के लिए ऊंचे स्थानों पर भेजा गया जहां राहत शिविर लगाए गए हैं।’’
अधिकारी ने बताया कि शिवपुरी जिले के बाढ़ प्रभावित कुछ गांवों से लोगों को निकालने के लिए सोमवार को रक्षा विमानों को सेवा में लगाया गया था। हालांकि मंगलवार को जिले में भारी बारिश और खराब मौसम के कारण विमान से बचाव अभियान का काम बाधित रहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह बारिश प्रभावित शिवपुरी, श्योपुर, भिंड और दतिया जिलों के प्रशासन के लगातार संपर्क में है और स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के दलों से जारी बचाव अभियान के बारे में जानकारी ले रहे हैं। शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, स्थानीय विधायक और प्रदेश की मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया भी बचाव अभियान की निगरानी के लिए जिले में डेरा डाले हुए हैं।
अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने बचाव अभियान की निगरानी तथा ग्वालियर व चंबल संभाग में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए भोपाल में मंत्रालय में आपात बैठक बुलाई है।
सूत्रों ने बताया कि ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति बिगड़ने पर मुख्यमंत्री चौहान ने इसकी विस्तृत जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन पर दी। प्रधानमंत्री ने चौहान को बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए राज्य को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है।
सूत्रों ने बताया कि चौहान ने मोदी को चलाए जा रहे बचाव अभियान के बारे में भी बताया और स्थिति से निपटने के लिए सेना से मदद मांगने पर चर्चा की।
इससे पहले अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को प्रदेश के बड़े हिस्से विशेषकर शिवपुरी और उसके पड़ोसी जिले श्योपुर में भारी बारिश हुई। जिससे दो लोगों की मौत हो गई।
शिवपुरी जिला कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने सोमवार को बताया कि बाढ़ से प्रभावित तीन गांवों से लोगों को निकालने के लिए चार हेलीकॉप्टर शिवपुरी पहुंचे।
अधिकारियों ने बताया कि श्योपुर जिले में भारी बारिश के बाद विजयपुर बस स्टैंड के पास स्थित बाढ़ ग्रस्त इलाके में एक इमारत में फंसे 60 लोगों को बचा लिया गया। ये लोग रविवार रात को एक शादी में शामिल होने विजयपुर गए थे लेकिन परिसर में बाढ़ का पानी घुसने से वहीं फंस गए।
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