मप्र: नकली रेमडेसिविर बेचने के संदेह में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया, 400 शीशियां बरामद
By भाषा | Updated: April 15, 2021 17:58 IST2021-04-15T17:58:30+5:302021-04-15T17:58:30+5:30

मप्र: नकली रेमडेसिविर बेचने के संदेह में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया, 400 शीशियां बरामद
इंदौर (मप्र), 15 अप्रैल नकली रेमडेसिविर बेचने के संदेह में पुलिस ने इंदौर में दवा कारोबार से जुड़े एक व्यक्ति को बृहस्पतिवार को हिरासत में लिया और उसके कब्जे से इस दवा का लेबल लगी 400 शीशियां बरामद कीं।
पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) मनीष कपूरिया ने संवाददाताओं को बताया कि रेमडेसिविर की कालाबाजारी को लेकर मुखबिर से मिली सूचना पर हिरासत में लिए गए व्यक्ति की पहचान विनय त्रिवेदी के रूप में हुई है।
कपूरिया ने बताया कि इस व्यक्ति के कब्जे से 16 पैकेट मिले जिनमें से प्रत्येक में संदिग्ध दवा की 25 शीशियां थीं। इन शीशियों पर रेमडेसिविर का लेबल लगा था।
उन्होंने बताया कि शुरुआती पूछताछ में त्रिवेदी ने दावा किया कि वह हिमाचल प्रदेश के किसी संयंत्र से संदिग्ध दवा लाया है। लेकिन वह इस बारे में कोई दस्तावेज पेश नहीं कर सका।
उन्होंने बताया, "हम त्रिवेदी के कब्जे से मिली संदिग्ध दवा के नमूने की प्रयोगशाला में जांच कराएंगे। लेकिन एक औषधि निरीक्षक ने पहली नजर में इसके रेमडेसिविर होने पर संदेह जताया है।"
डीआईजी ने बताया कि त्रिवेदी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जा रहा है। मामले की विस्तृत जांच कर पता लगाया जाएगा कि वह संदिग्ध रेमडेसिविर की खेप कहां से लाया था और क्या उसने इसे स्थानीय स्तर पर बेचा है?
इस बीच, पुलिस की अपराध निरोधक शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) गुरुप्रसाद पाराशर ने बताया कि त्रिवेदी दवा कारोबार से जुड़ा है और नजदीकी पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में उसकी दवा इकाई होने के बारे में भी जानकारी मिली है। उन्होंने बताया कि इस जानकारी की पुष्टि की जा रही है।
गौरतलब है कि संदिग्ध रेमडेसिविर की 400 शीशियों के साथ त्रिवेदी को उस वक्त पकड़ा गया, जब राज्य भर में इस दवा की भारी किल्लत है और मरीजों के परिजन इसकी कालाबाजारी की शिकायतें भी कर रहे हैं।
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