कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई के दौरान उमरिया की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रेखा सिंह ने मानवता की एक अलग ही मिसाल पेश की है. लॉकडाउन के चलते उन्होंने अपने पद को किनारे रख मानवता की मिसाल पेश करते हए कुशल गृहिणी की तरह भोजन बनाया और जरूरतमंदों में वितरित कराया.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रेखा सिंह लॉकडाउन में अपनी ड्यूटी के दौरान एक कड़क पुलिस अधिकारी के रूप में नजर आईं तो जब आर्थिक रूप से कमजोर लोगों एवं श्रमिकों को भोजन के लिए परेशान देखा तो एक संवेदनशील भारतीय नारी बन गईं. अपने पद को एक किनारे रखकर कुशल गृहणी की तरह भोजन बनाने में जुट गईं. अपने स्टाफ के सहयोग से भोजन तैयार कर उन्होंने जरूरतमंदों तक पहुंचाया.
पुलिस का यह रूप देखकर श्रमिकों की आंखे छलक आईं और वे पुलिस का शुक्रिया अदा करते नहीं थक रहे थे. नोवल कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के बाद उमरिया पुलिस भी पूरी मुस्तैदी एवं संवेदनशीलता के साथ काम कर रही है. एक और जहां कड़ाई से लॉकडाउन कराया जा रहा है वहीं दूसरी और जरूरतमंदों के लिए भोजन व आवास की अस्थाई व्यवस्था भी की जा रही है.
दीन-दुखियों की सेवा में जुटी देवगढ़ पुलिस
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से निर्मित हुई संकट की घड़ी में मध्यप्रदेश दीन-दुखियों एवं असहायों की संबल बन रही है. इस महामारी से बचने के मकसद से किए गए देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से जो श्रमिक अन्य प्रांतो से पैदल चलकर अथवा अन्य साधनों से प्रदेश में पहुंचे हैं, उनके खान-पान एवं अस्थाई आवास की व्यवस्था करने में मध्य प्रदेश पुलिस अन्य शासकीय विभागों से समन्वय बनाकर दिन-रात जुटी है.
मुरैना जिले के दूर दराज क्षेत्र में स्थित देवगढ़ थाना पुलिस ऐसे ही जरूरतमंदों को प्रति-दिन भोजन व राशन मुहैया करा रही है. देवगढ़ थाना में इस आशय का बैनर भी लगाया गया है. बैनर पर लिखा है दीन दुखियों की सेवा ही सच्चा धर्म है.