भोपाल/इंदौर, 12 नवंबर कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई ने देश की आजादी को लेकर फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के विवादित बयान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने हेतु पुलिस को शुक्रवार को आवेदन सौंप कर कार्रवाई की मांग की है।
अभिनेत्री ने 10 नवंबर को एक निजी टीवी चैनल पर यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया है कि भारत को ‘‘1947 में आजादी नहीं, बल्कि भीख मिली थी’’ और ‘‘जो आजादी मिली है वह 2014 में मिली'’ जब नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में आई।
कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के महामंत्री एवं मीडिया प्रभारी के.के. मिश्रा के नेतृत्व में कांग्रेस पदाधिकारियों के एक शिष्ठमण्डल ने शुक्रवार को भोपाल के थाना हबीबगंज पहुंच कर रनौत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने हेतु एक आवेदन सौंपा।
आवेदन में कहा गया है, ‘‘रनौत भारत की एक नागरिक हैं। लिहाज़ा देश, कानून एवं उसकी संप्रभुता का सम्मान करना उनका कर्तव्य है। वे पहले भी देश में नफरत एवं घृणा फैलाने वाले कई बयान दे चुकी हैं।’’
इसमें कहा गया है कि पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित की चा चुकी अभिनेत्री का यह बयान ‘‘2014 की पूर्व स्थापित सरकारों, स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लेने वाले सेनानियों, स्वतंत्रता संग्राम के विरुद्ध देश के लिए शहादत देने वाले शहीदों के विरुद्ध देश की जनता को भड़काने, नफरत एवं घृणा फैलाने का अक्षम्य अपराध है।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘अतः रनौत द्वारा दिया गया अमर्यादित एवं अशोभनीय बयान भादंवि (भारतीय दंड विधान) की धारा-124 ए, 504 एवं 505 के तहत दंडनीय अपराध है, जिस पर संज्ञान लेना पुलिस का अधिकार है। इसलिये उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जाए।’’
इसी बीच, मिश्रा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि यदि पुलिस रनौत के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी, तो वह अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।
इससे कुछेक घंटे पहले रनौत के इस विवादित बयान पर आक्रोश जताते हुए इंदौर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के वंशजों ने उनका पुतला फूंका।
चश्मदीदों ने बताया कि ‘‘स्वतंत्रता सेनानी एवं उत्तराधिकारी संयुक्त संगठन’’ से जुड़े लोगों ने शहर के एमजी रोड पर रनौत का पुतला फूंका। इस दौरान उन्होंने ‘‘वीर शहीदों का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान’’, ‘‘कंगना रनौत मुर्दाबाद’’ और ‘‘कंगना रनौत को देश से बाहर करो’’ जैसे नारे भी लगाए।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के प्रदर्शनकारी वंशजों में शामिल आशा गोविंद खादीवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘रनौत ने भारत को भीख में आजादी मिलने की बात कहकर पूरे देश के लोगों को आहत किया है। उन्हें अपने इस शर्मनाक बयान के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।’’
प्रदर्शनकारियों ने इंदौर संभाग के आयुक्त कार्यालय को रनौत के विवादित बयान के खिलाफ ज्ञापन भी सौंपा।
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