मध्य प्रदेश: ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक 6 मंत्रियों और 7 विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष ने भेजा नोटिस
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: March 13, 2020 06:08 IST2020-03-13T06:08:24+5:302020-03-13T06:08:24+5:30
राज्य की कमलनाथ सरकार में सिंधिया समर्थक तुलसीराम सिलावट, गोविंद राजपूत, इमरती देवी, महेन्द्र सिंह सिसोदिया, प्रभुराम चौधरी और प्रद्युम्न सिंह तोमर मंत्री थे. इन मंत्रियों ने बैंगलुरु से विधायकों के साथ मेल से विधानसभा अध्यक्ष नर्मदाप्रसाद प्रजापति को अपने इस्तीफे भेजे थे. इन इस्तीफों पर अब विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्रियों को नोटिस जारी किया है.

बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया। (फाइल फोटो)
मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक विधायकों और मंत्रियों द्वारा दिए इस्तीफे के बाद अब राज्य विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने सिंधिया समर्थक 6 मंत्रियों को नोटिस भेजे हैं. इसके अलावा 7 विधायकों को भी नोटिस भेजे गए हैं. उन्होंने मंत्रियों से पूछा है कि वे जवाब दें कि क्या उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया है.
राज्य की कमलनाथ सरकार में सिंधिया समर्थक तुलसीराम सिलावट, गोविंद राजपूत, इमरती देवी, महेन्द्र सिंह सिसोदिया, प्रभुराम चौधरी और प्रद्युम्न सिंह तोमर मंत्री थे. इन मंत्रियों ने बैंगलुरु से विधायकों के साथ मेल से विधानसभा अध्यक्ष नर्मदाप्रसाद प्रजापति को अपने इस्तीफे भेजे थे. इन इस्तीफों पर अब विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्रियों को नोटिस जारी किया है.
विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति का कहना है कि इस्तीफा देने वाले विधायक को वैसे तो विधिवत रुप से उनके समक्ष आकर इस्तीफा देना होता है. इसलिए यह पुष्टि करने के लिए क्या यह इस्तीफे उन्होंने ने ही भेजे हैं. इसके लिए उन्हें नोटिस दिया गया है.
विधानसभा अध्यक्ष प्रजापति ने इस मामले में नियम और कानून के तहत जो भी कार्रवाई होगी वह की जाएगी. फ्लोर टेस्ट को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह प्रश्न काल्पनिक है, क्योंकि कि अविश्वास प्रस्ताव के लिए 14 दिन पहले सूचना देना जरूरी है. विधानसभा अध्यक्ष ने फिलहाल 6 मंत्रियों को ये नोटिस भेजे हैं. इसके बाद 7 विधायकों को भी नोटिस भेजे गए हैं.