पर्यटकों के दीदार के लिए स्मारकों को पुनः खोला गया, सीमित संख्या में पहुंच रहे लोग
By भाषा | Updated: June 18, 2021 19:39 IST2021-06-18T19:39:35+5:302021-06-18T19:39:35+5:30

पर्यटकों के दीदार के लिए स्मारकों को पुनः खोला गया, सीमित संख्या में पहुंच रहे लोग
(अनन्या सेनगुप्ता)
नयी दिल्ली, 18 जून कोरोना वायरस जनित महामारी के कारण लगभग दो महीने तक बंद रहे देशभर के स्मारक 16 जून से पर्यटकों के लिए फिर से खुल गए हैं, लेकिन पिछले दो दिनों में इनमें आगंतुकों की संख्या बेहद कम रही है। सीमित संख्या में पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं।
आंकड़ों के अनुसार, पर्यटकों के मामले में ताजमहल सबसे ऊपर है जिसे देखने के लिए 16 जून को 1,919 लोग आए जिनमें 67 बच्चे शामिल थे। वहीं, अगले दिन बृहस्पतिवार को 106 बच्चों समेत 2,379 पर्यटकों ने ताजमहल का दीदार किया। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने देश में अपने नियंत्रण वाले तीन हजार से अधिक स्मारक आगंतुकों के लिए 16 जून से पुनः खोले। एएसआई ने आगंतुकों की कोई संख्या निश्चित नहीं की है और केवल ऑनलाइन टिकट की ही अनुमति दी है।
हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि आगरा में स्थानीय अधिकारियों ने एहतियात के तौर पर प्रतिदिन 15 हजार आगंतुकों की सीमा तय की है। कोविड से पहले दिल्ली के स्मारकों को देखने प्रतिदिन आठ से 10 हजार आगंतुक आते थे लेकिन अब मुट्ठी भर लोग ही आ रहे हैं।
आंकड़ों के अनुसार, लाल किले को देखने बुधवार को 112 लोग आए और बृहस्पतिवार को 65 लोग यहां पहुंचे। लाल किले को बर्ड फ्लू तथा उसके बाद महामारी के चलते जनवरी से पांच महीने तक बंद रखा गया था। कुतुब मीनार को बुधवार को 420 और बृहस्पतिवार को 527 लोग देखने गए। हुमायूं के मकबरे को बुधवार को 454 लोगों ने देखा और बृहस्पतिवार को 400 लोग देखने गए।
सफदरजंग के मकबरे को बुधवार को 32 तथा बृहस्पतिवार को 41 लोग देखने पहुंचे। राष्ट्रीय राजधानी के अधिकारियों ने बताया कि देश महामारी से उबर रहा है और ऐसे में यह संख्या उत्साहजनक है।
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ दुर्ग को देखने के लिए बुधवार को 69 लोग गए और उसी दिन कुंभलगढ़ दुर्ग को 28 पर्यटकों ने देखा। दोनों किलों का बृहस्पतिवार का आंकड़ा उपलब्ध नहीं हो सका।
महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित विश्व धरोहर अजंता और एलोरा की गुफाओं तथा तीन अन्य स्मारकों को पर्यटकों के लिए पुनः खोला गया लेकिन इन्हें देखने के लिए बहुत कम संख्या में लोग आए।
एएसआई अधिकारियों को आशा है कि चीजें जल्दी ही सामान्य होंगी और दिन बीतते लोगों की संख्या बढ़ेगी। कर्नाटक जैसे कुछ राज्यों में 21 जून तक 500 एएसआई स्मारकों को खोलने पर रोक है जबकि तमिलनाडु ने अपने 411 स्मारकों को खोलने पर अभी निर्णय नहीं लिया है।
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