आइजोल, छह अगस्त मिजोरम सरकार राज्य की महिला हॉकी स्टार लालरेम्सियामी को तोक्यो ओलंपिक में उनके सराहनीय प्रदर्शन के लिये सरकारी नौकरी और एक भूखंड की पेशकश करेगी। मुख्यमंत्री जोरामथांगा ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की।
मुख्यमंत्री कहा कि राज्य सरकार उन्हें मौजूदा तोक्यो ओलंपिक में भाग लेने के लिए 25 लाख रुपये का नकद उपहार देगी। इससे पहले उसने ओलंपिक की तैयारियों के लिए उन्हें 20 लाख रुपये प्रदान करने की मंजूरी दी थी।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ''हमारी हॉकी स्टार लालरेम्सियामी को सरकारी नौकरी की पेशकश की जाएगी और उन्हें उनके गृहनगर में मकान के लिये भूखंड दिया जाएगा।''
मिजोरम सरकार 25 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि में से 10 लाख रुपये 24 जून को लालरेम्सियामी की मां लालजरमावी को सौंप चुकी है।
राज्य के खेल मंत्री रॉबर्ट रोमाविया रॉयटे ने पहले कहा था कि शेष 15 लाख रुपये ओलंपिक खेलों के समाप्त होने पर व्यक्तिगत रूप से लालरेम्सियामी को दिए जाएंगे।
मिजोरम के कोलासिब शहर की रहने वाली 21 वर्षीय लालरेम्सियामी राज्य की पहली महिला ओलंपियन हैं।
राज्य के अंतिम ओलंपियन तीरंदाज सी. लालरेमसंगा थे, जिन्होंने 1992 में बार्सिलोना और 1996 में अटलांटा ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।
भारतीय महिला हॉकी टीम का ओलंपिक कांस्य पदक जीतने का सपना शुक्रवार को ब्रिटेन से 3-4 से हारने के बाद टूट गया, हालांकि टीम ने अपनी शानदार कोशिश से लाखों प्रशंसकों का दिल जीत लिया।
लालरेम्सियामी ने बहुत कम उम्र में हॉकी में कदम रखा था। 2011 में 11 साल की आयु में वह आइजोल से लगभग 91 किलोमीटर दूर थेनजोल में एक सरकारी अकादमी में शामिल हो गई थीं।
वह 2016 में नयी दिल्ली में राष्ट्रीय हॉकी अकादमी में शामिल हुईं। उन्होंने अक्टूबर 2011 में जूनियर नेहरू हॉकी टूर्नामेंट के जरिये राष्ट्रीय स्तर पर खेलने की शुरुआत की। दिसंबर 2016 में वह भारत के अंडर 18 एशियाई कप के लिए चुनी गईं।
साल 2017 में उन्हें पहली बार सीनियर टीम में जगह मिली। वह एशियाई खेलों में पदक जीतने वाली मिजोरम की पहली खिलाड़ी हैं, जब 2018 में भारत ने हॉकी में रजत पदक जीता था।
लालरेम्सियामी ने जून 2019 में अपने पिता ललथानसंगा जोटे की मृत्यु के बावजूद अपने साथियों के साथ जापान में एफआईएच महिला श्रृंखला खेलकर खेल प्रेमियों का दिल जीत लिया था।
भारतीय टीम ने तोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के लिए जापान को हराकर सीरीज अपने नाम की थी।
साल 2020 में उन्हें अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ की महिला राइजिंग स्टार ऑफ द ईयर पुरस्कार के लिये चुना गया और वह प्रतिष्ठित पुरस्कार जीतने वाली पहली भारतीय बनीं।
उन्हें जुलाई 2019 में मिजोरम विश्वविद्यालय का खेल राजदूत भी नामित किया गया था।
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