Mission Shakti: लोकसभा चुनाव को लेकर जहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस समेत तमाम राजनीतिक दलों का प्रचार-प्रसार जोर शोर से चल रहा है, ऐसे में बुधवार (27 मार्च) को डीआरडीओ के मिशन शक्ति की उपलब्धि को लेकर वैज्ञानिकों और देशवासियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश देना विपक्षी दलों को अखर रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नाराजगी जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन किए जाने का आरोप लगाया। यही नहीं, उन्होंने बड़े तल्ख अंदाज में कहा कि क्या प्रधानमंत्री डीआरडीओ में काम करते हैं और क्या वो अंतरिक्ष में जा रहे हैं?
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक ममता बनर्जी ने मिशन शक्ति को लेकर कहा, ''चुनाव के समय आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर मोदी को क्रेडिट लेने की क्या जरूरत थी? क्या वह वहां (डीआरडीओ) काम करते हैं? क्या वह अंतरिक्ष में जा रहे हैं?''
ममता बनर्जी ने कहा, ''यह एक राजनीतिक घोषणा है, वैज्ञानिकों को इसकी घोषणा करनी चाहिए थी, इस पर उनका क्रेडिट बनता है, केवल एक सैटेलाइट तबाह किया गया, यह जरूरी नहीं था, यह वहां से काफी पहले से पड़ा था, यह वैज्ञानिकों का विशेषाधिकार है कि इसे कब करना है। हम चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे।''
बता दें कि मामले को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में श्रेय लेने की होड़ देखी जा रही है वहीं, पूर्व डीआरडीओ प्रमुख और वर्तमान में नीति आयोग के सदस्य वीके सारस्वत ने भी कहा है कि यूपीए सरकार के समय इस मिशन को लेकर प्रस्ताव रखा गया था जिसके लिए हरी झंडी नहीं मिली थी।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये भारतीय वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए कहा, ''आप सबका अभिनंदन, आपका परिश्रम रंग लाया, जो किसी का बुरा नहीं सोचता है वो अगर शक्तिहीन हो जाएगा तो बुरा सोचने वालों की ताकत बुराइयों को जन्म देती रहेगी। अब इसलिए भी जो किसी का बुरा नहीं सोचता है, उसका सबसे ज्यादा बलवान होना आवश्यक होता है.. और सबसे बड़े गौरव की बात होगी.. जो सपना हम देख रहे हैं हमेशा.. हर क्षेत्र में मेक इन इंडिया.. मेड इन इंडिया.. आप लोगों ने दुनिया को ये संदेश दे दिया है अपनी सफलता के माध्यम से कि हम भी कुछ कम नहीं हैं।''