जम्मू, 28 जनवरी पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बृहस्पतिवार को तीन कृषि कानूनों को तत्काल वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि इन कानूनों को किसानों से बिना सलाह मशविरे के बनाया गया है।
मुफ्ती पार्टी के मामलों पर और भविष्य की रणनीति पर पीडीपी के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करने के लिए बुधवार को जम्मू पहुंची थीं। वह जम्मू क्षेत्र के सात दिन के दौरे पर हैं।
उन्होंने उक्त टिप्पणी यहां गांधीनगर में की।
दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर भड़की हिंसा से संबंधित सवाल पर मुफ्ती ने पत्रकारों से कहा, " मेरा मानना है कि सरकार को इन कानूनों को वापस लेना चाहिए।"
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें लगता है कि किसानों को बदनाम करने के लिए साजिश रची गई है।
उन्होंने कहा, " गणतंत्र दिवस संविधान के उत्सव का दिन है। जब आप कानून बनाते हैं और जब ये कानून संविधान की बुनियाद के खिलाफ होते हैं.... कृषि विधेयक ले लीजिए, किसानों से कभी सलाह-मशविरा नहीं लिया गया। "
उन्होंने कहा कि किसानों को डर लग रहा है। उन्होंने किसान समुदाय में डर को खत्म करने के लिए इस कानून को वापस लेने की मांग की।
मुफ्ती ने दावा किया कि गणतंत्र दिवस पर हिसंक घटनाओं में शामिल लोग "भाजपा के आदमी" थे।
पिछले साल नवंबर दिसंबर में हुए जिला विकास परिषद के चुनाव के बाद जम्मू क्षेत्र की यह उनकी पहली यात्रा है। नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी समेत अलग अलग पार्टियों के गुपकर गठबंधन ने इस चुनाव में जीत दर्ज की और 280 में से 110 सीटें हासिल कीं।
मुफ्ती पुंछ और राजौरी जिलों का दौरा भी करेंगी और चेनाब घाटी भी जाएंगी। वे पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करेंगी।
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