जब प्रियंका गांधी के सामने भिड़ गए कांग्रेसी नेता, धक्कामुक्की करते हुए बहस किए, देखिए वीडियो
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 4, 2020 17:27 IST2020-01-04T17:27:38+5:302020-01-04T17:27:38+5:30
प्रियंका गांधी लगातार योगी सरकार पर हमला कर रही हैं। इस बीच प्रियंका गांधी के सामने ही कांग्रेस नेता आपस में भिड़ गए। कांग्रेस महासचिव आज मेरठ में थीं। इस दौरान उनके सामने ही पार्टी के कार्यकर्ता आपस में लड़ गए। एक-दूसरे पर हमला कर दिया।

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि जिनके साथ गलत हुआ है, अन्याय हुआ, उनके लिए कांग्रेस लड़ेगी।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर एवं मेरठ में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के बाद पुलिस की कार्रवाई से प्रभावित लोगों से शनिवार को मुलाकात की और कहा कि अन्याय के खिलाफ तथा लोगों को न्याय दिलाने के लिए उनकी पार्टी लड़ेगी।
प्रियंका गांधी लगातार योगी सरकार पर हमला कर रही हैं। इस बीच प्रियंका गांधी के सामने ही कांग्रेस नेता आपस में भिड़ गए। कांग्रेस महासचिव आज मेरठ में थीं। इस दौरान उनके सामने ही पार्टी के कार्यकर्ता आपस में लड़ गए। एक-दूसरे पर हमला कर दिया। इस क्रम में वह परतापुर इलाके में एक पीड़ित के घर पर गईं, जहां कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता पहले बहस करते रहे और फिर नौबत धक्कामुक्की तक आ पहुंची। इस दौरान प्रियंका वहीं पर मौजूद थीं।
#WATCH Meerut: Scuffle broke out between Congress workers during Priyanka Gandhi’s visit in Partapur, earlier today. She was there to meet the families of the victims of the violence that broke out during protests against #CitizenshipAmendmentAct on Dec 20. pic.twitter.com/7UBpZtBNta
— ANI UP (@ANINewsUP) January 4, 2020
प्रियंका सीएए विरोधी प्रदर्शनों के बाद प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार पर लगातार हमले बोल रही हैं। वह आज पहले मुजफ्फरनगर पहुंची जहां उन्होंने मौलाना असद रजा हुसैनी से मुलाकात की जिनकी पुलिस ने हाल में कथित तौर पर बेरहमी से पिटाई की थी। मौलाना हुसैनी से मिलने बाद उन्होंने रुकैया परवीन नामक उस युवती से भी मुलाकात की जिसकी जल्द ही शादी तय है। रुकैया के परिवार का आरोप है कि पुलिस उनके घर में घुसी और तोड़फोड़ की एवं बहुत सारे समान ले गयी।
प्रियंका ने इस लड़की का उल्लेख करते हुए कहा, ''उसकी शादी होने वाली थी। पुलिस ने इसके घर में घुसकर समान तोड़फोड़ दिया। लड़की के सिर पर चोट लगी है।'' उन्होंने कहा, ''जहां जहां अन्याय हुआ है वहां हम खड़े होंगे । हम जो भी हो सकेगी वो मदद करेंगे।'' कांग्रेस महासचिव ने कहा, ''मैंने हाल ही में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल को चिट्ठी लिखी जिसमें कई मामलों का विवरण है। हमने उन्हें बताया कि पुलिस ने किस तरह से लोगों को बेवजह मारा-पीटा है। ''
उन्होंने कहा, ''अगर किसी ने कुछ गलत किया है तो पुलिस कार्रवाई करे। इसमें किसी को कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन पुलिस घरों में घुसकर मारपीट कर रही है। पुलिस का काम न्याय दिलाने है। लेकिन यहां तो उलटा हुआ है।'' कांग्रेस महासचिव ने कहा कि जिनके साथ गलत हुआ है, अन्याय हुआ, उनके लिए कांग्रेस लड़ेगी। प्रियंका मुजफ्फरनगर के बाद मेरठ के परतापुर स्थित साईं कॉलोनी में पहुंची जहां उन्होंने विरोध प्रदर्शन में मारे गए लोगों के परिवारों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं।
कांग्रेस महासचिव से मुलाकात के दौरान पीड़ित परिजनों ने कहा कि उन्हें परेशान किया जा रहा है। प्रियंका ने पीड़ितों को भरोसा दिलाया कि वो हमेशा उनके साथ खड़ी हैं। उन्होंने परिवार को हर संभव मदद का भी भरोसा दिलाया। वहीं प्रियंका गांधी के साथ आए सहारनपुर के पूर्व विधायक इमरान मसूद ने कहा, “प्रशासन का रवैया ठीक नही है। हमें बार-बार मिलने से रोका जा रहा है।” कांग्रेस महासचिव से मुलाकात करने वालों में शामिल मोहम्मद सलाउद्दीन ने प्रियंका गांधी से न्याय दिलाने का अनुरोध किया।
वहीं, एक पीड़ित युवक ने बताया कि कांग्रेस महासचिव ने इंसाफ दिलाने की बात कही और हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। युवक ने बताया कि उन्होंने सरकारी नौकरी दिलाने का भी आश्वासन दिया है। सीएए विरोध प्रदर्शनों के दौरान हिंसा में मेरठ में कम से कम पांच लोगों की मौत हुई थी। गत 24 दिसंबर को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका को ''संवेदनशील स्थिति'' का हवाला देते हुए मेरठ जाने से रोक दिया था। प्रियंका ने इससे पहले बिजनौर में सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान मारे गए दो युवकों के परिवारों से मुलाकात की थी।