लाइव न्यूज़ :

किसी देश में चिकित्सकीय ऑक्सीजन असीमित नहीं होती, आपूर्ति के लिए कदम उठाए जा रहे हैं : केंद्र ने न्यायालय से कहा

By भाषा | Updated: April 27, 2021 20:22 IST

Open in App

नयी दिल्ली, 27 अप्रैल केंद्र ने मंगलवार को उच्चतम न्यायालय को बताया कि किसी भी देश में चिकित्सकीय ऑक्सीजन असीमित नहीं होती और प्रधानमंत्री द्वारा सतत तथा लगातार निगरानी से कोविड-19 मरीजों को युद्ध स्तर पर राहत मुहैया करायी जा रही है।

सरकार ने कहा कि देश में उपलब्ध ऑक्सीजन सभी राज्यों को खासकर कोविड-19 के ज्यादा मामलों से जूझ रहे राज्यों को संतुलित तरीके से मुहैया करायी जा रही है।

गृह मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 के मामलों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी के कारण उपलब्ध संसाधन के हिसाब से कुछ तंगी हुई जिससे पेशेवर तरीके से निपटना होगा और सही इस्तेमाल करना होगा।

केंद्र ने कहा कि चिकित्सकीय ऑक्सीजन की कमी से निपटने के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय युद्ध स्तर पर 162 पीएसए (स्थानीय स्तर पर ऑक्सीजन उत्पादन के लिए अपनायी जाने वाली तकनीक) संयंत्र लगाने की प्रक्रिया में है।

महामारी के दौरान जरूरी सामानों और सेवाओं के वितरण पर स्वत: संज्ञान लिए गए मामले में केंद्र ने 200 पन्ने का हलफनामे दाखिल किया है।

न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव और न्यायमूर्ति एस रवींद्र भट की पीठ ने हलफनामे को रिकॉर्ड पर रखा और मामले में शुक्रवार को अगली सुनवाई होगी।

सरकार ने कहा है, ‘‘यह उल्लेख करना जरूरी है कि किसी भी देश में चिकित्सकीय ऑक्सीजन असीमित नहीं है। सरकार ने ऑक्सीजन संसाधन को जुटाने के लिए तमाम प्रयास शुरू कर दिए हैं और उपलब्ध सभी स्रोतों से और ऑक्सीजन हासिल करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। किसी भी समय उपलब्ध ऑक्सीजन को देश के सभी राज्यों खासकर कोविड-19 के ज्यादा उपाचाराधीन मरीजों वाले राज्य में संतुलित तरीके से इसका वितरण किया जाना है।’’

हलफनामे में कहा गया, ‘‘यह उल्लेख करना ठीक होगा कि महाराष्ट्र में उत्पादन क्षमता से ज्यादा मांग है वहीं मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में चिकित्सकीय ऑक्सीजन की मांग को पूरा करने के लिए उत्पादन क्षमता नहीं है। इसके अलावा उत्पादन करने वाले राज्यों में भी ऑक्सीजन की मांग बढ़ रही है। ’’

पीएसए संयंत्रों की शुरुआत के संबंध में केंद्र ने कहा है कि ये प्लांट अस्पतालों में लगाए जाएंगे।

केंद्र ने कहा कि ऐसे 38 संयंत्र लगाए जा चुके हैं तथा 30 अप्रैल 2021 तक 21 और संयंत्र स्थापित किए जाएंगे। इसके बाद 31 मई तक 105 संयंत्र लगाए जाएंगे। वहीं 30 जून तक ऐसे संयंत्रों की संख्या 156 हो जाएगी। इसके अतिरिक्त छोटे शहरों और कस्बों में ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए जिला मुख्यालयों में अस्पतालों में 500 और पीएसए संयंत्र स्थापित किए जाने हैं।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटIndia vs South Africa 2nd T20I: 1 ओवर में 7 वाइड और 18 रन, अर्शदीप सिंह ने तोड़े रिकॉर्ड

भारतपीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप से बात की, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर की चर्चा

भारतवक्फ दस्तावेजः अपलोड की समयसीमा 1 साल और बढ़ाने की मांग, मंत्री किरेन रीजीजू से मिले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड सदस्य

भारत14 दिसंबर को दिल्ली में कांग्रेस की जनसभा, उप्र कांग्रेस नेताओं के साथ प्रियंका गांधी और केसी वेणुगोपाल की बैठक

क्राइम अलर्टअरुणाचल प्रदेश: 1,000 फुट गहरी खाई में ट्रक, सवार थे 22, 18 की मौत, 3 लापता और 1 जीवित

भारत अधिक खबरें

भारतवन और पुलिस विभाग में 3-3 और अन्य विभागों में 2 प्रतिशत आरक्षण लागू, खिलाड़ियों को मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने दिया तोहफा

भारतकौन हैं मोहम्मद मुकिम?, सोनिया गांधी को पत्र लिखकर ओडिशा कांग्रेस अध्यक्ष भक्त चरण दास के नेतृत्व पर उठाए सवाल

भारतDelhi Riots Case: उमर खालिद को बहन की शादी में शामिल होने के लिए 2 हफ़्ते की अंतरिम ज़मानत मिली

भारतकफ सिरपः एसटीएफ की गिरफ्त में अभिषेक और शुभम, 15 दिन से तलाश कर रहे थे अधिकारी, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में भेजते थे दवा

भारततमिलनाडु, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और अंडमान और निकोबार में बढ़ी SIR की समयसीमा, चुनाव आयोग का बड़ा फैसला