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BHU विवाद पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती का हमला, कहा- मामले में शासन-प्रशासन का है ढुलमुल रवैया

By भाषा | Updated: November 21, 2019 14:37 IST

काशी हिन्दू विश्वविद्यालयः आरएसएस की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) बीएचयू के संस्कृत साहित्य विभाग में फिरोज खान का सहायक प्राध्यापक पद पर नियुक्ति का विरोध कर रही है।

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ठळक मुद्देबीएसपी की प्रमुख मायावती ने बीएचयू के संस्कृत विभाग में मुस्लिम प्राध्यापक की नियुक्ति पर चल रहे विवाद को शासन प्रशासन का ढुलमुल रवैया करार दिया।उन्होंने कहा है कि कुछ लोगों द्वारा शिक्षा को धर्म/जाति की अति-राजनीति से जोड़ने के कारण उपजे इस विवाद को कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता है।

बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की प्रमुख मायावती ने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) के संस्कृत विभाग में मुस्लिम प्राध्यापक की नियुक्ति पर चल रहे विवाद को शासन प्रशासन का ढुलमुल रवैया करार दिया। मायावती ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, ‘‘बनारस हिन्दू केन्द्रीय विवि में संस्कृत के टीचर के रूप में पीएचडी स्कालर फिरोज खान को लेकर विवाद पर शासन/प्रशासन का ढुलमुल रवैया ही मामले को बेवजह तूल दे रहा है। कुछ लोगों द्वारा शिक्षा को धर्म/जाति की अति-राजनीति से जोड़ने के कारण उपजे इस विवाद को कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता है।’’

उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा,‘‘ बीएचयू द्वारा एक अति-उपयुक्त मुस्लिम संस्कृत विद्वान को अपने शिक्षक के रूप में नियुक्त करना टैलेन्ट को सही प्रश्रय देना ही माना जाएगा और इस सम्बंध में मनोबल गिराने वाला कोई भी काम किसी को करने की इजाजत बिल्कुल नहीं दी जानी चाहिए। सरकार इस पर तुरन्त समुचित ध्यान दे तो बेहतर होगा।''

गौरतलब है कि आरएसएस की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) बीएचयू के संस्कृत साहित्य विभाग में फिरोज खान का सहायक प्राध्यापक पद पर नियुक्ति का विरोध कर रही है। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) ने संस्कृत विभाग में मुस्लिम प्राध्यापक की नियुक्ति का शुक्रवार को बचाव करते हुये कहा था कि वह धर्म, जाति, समुदाय अथवा लैंगिक भेदभाव किए बिना हर व्यक्ति को समान अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

बीएचयू ने एक बयान में कहा था कि प्रशासन ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि चयन समिति ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार सर्वसम्मति से उक्त उम्मीदवार के चयन की अनुशंसा की है।

इसमें कहा गया था कि कुलपति राकेश भटनागर की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने पांच नवंबर को मुलाकात की और साक्षात्कार में आवदेक के प्रदर्शन को देखते हुए इस पद के लिए सबसे योग्य उम्मीदवार की अनुशंसा की। 

टॅग्स :बनारस हिंदू विश्वविद्यालयमायावतीबहुजन समाज पार्टी (बसपा)उत्तर प्रदेश
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