नयी दिल्ली, 22 नवंबर भारत की युद्धक क्षमता और किसी भी बहुआयामी खतरे से निपटने की तैयारियों का कच्छ के क्रीक सेक्टर में चार दिनों तक चले बृहद सैन्य अभ्यास में विस्तृत जायजा लिया गया। सैन्य अधिकारियों ने बताया कि सैन्य अभ्यास सोमवार को समाप्त हुआ।
उन्होंने बताया कि ‘सागर शक्ति’ अभ्यास 19 से 22 नवंबर तक चला। इसमें भारतीय सेना, भारतीय नौसेना, भारतीय वायुसेना, भारतीय तटरक्षक, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), गुजरात पुलिस और मरीन पुलिस ने हिस्सा लिया।
अधिकारियों ने बताया कि इस बृहद अभ्यास का आयोजन सेना के दक्षिणी कमान ने किया था और इसका प्राथमिक लक्ष्य वास्तविक परिस्थितियों में विभिन्न एजेंसियों (सैन्य बलों) की युद्धक तैयारियों को परखना था।
उन्होंने बताया कि अभ्यास में सैनिकों का आगे बढ़ना, जमीन, हवा या पानी में या संयुक्त रूप से सामने आयी किसी भी सुरक्षा चुनौति से निपटने के लिए बलों के विभिन्न जटिल अभियान शामिल थे।
अभ्यास में भाग लेने वाले सभी बलों के वरिष्ठ अधिकारियों ने इसका अवलोकन किया।
यह अभ्यास ऐसे समय में हुआ है जब भारत ने हिंद महासागर क्षेत्र में विकसित हो रहे सुरक्षा परिदृश्यों के मद्देनजर अपनी समुद्री युद्ध क्षमता को बढ़ाया है।
हिंद महासागर, भारत के सामरिक हितों के लिए महत्वपूर्ण है। चीन इस क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है।
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