शहीद कर्नल त्रिपाठी और परिवार का अंतिम संस्कार, मां ने लगाया जय हिंद का जयघोष
By भाषा | Updated: November 15, 2021 21:00 IST2021-11-15T21:00:02+5:302021-11-15T21:00:02+5:30

शहीद कर्नल त्रिपाठी और परिवार का अंतिम संस्कार, मां ने लगाया जय हिंद का जयघोष
रायगढ़ (छत्तीसगढ़), 15 नवंबर मणिपुर में उग्रवादी हमले में शहीद हुए कर्नल विप्लव त्रिपाठी का पूरे सैनिक और राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया गया। शहीद सैन्य अधिकारी के साथ ही हमले में मरीं उनकी पत्नी और बेटे का भी अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान पूरा समां ‘जय हिंद’ के घोष से गूंज रहा था।
बेटे को अंतिम विदा देने से पहल शहीद की मां ने अपने बेटे के पार्थिव शरीर को सलाम किया और रुंधे गले से जय हिंद का जयघोष किया।
मणिपुर में शनिवार को एक उग्रवादी हमले में शहीद कर्नल त्रिपाठी (41 वर्ष), पत्नी अनुजा (36 वर्ष) और बेटा अबीर (पांच वर्ष) का सोमवार की शाम अंमित संस्कार किया गया। शनिवार को हुए इस हमले में असम राइफल के चार अन्य कर्मी भी शहीद हुए थे।
रायगढ़ मुक्तिधाम में शहीद के भाई लेफ्टिनेंट कर्नल अनय त्रिपाठी ने अपने बड़े भाई विप्लव और भाभी अनुजा को मुखाग्नि दी। वहीं करीब में ही उनके पुत्र अबीर को दफनाया गया। इस दौरान असम राइफल के जवानों ने शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
उग्रवादी हमले में शहीद कर्नल त्रिपाठी, उनकी पत्नी और पुत्र के शवों को आज दोपहर बाद भारतीय वायु सेना के विशेष विमान से रायगढ़ स्थित जिंदल हवाई पट्टी लाया गया। इस दौरान राज्य शासन के मंत्री उमेश पटेल, क्षेत्र के विधायक और अन्य अधिकारियों ने उन्हें श्रध्दांजलि दी।
हवाई पट्टी से फूलों से सजे एक खुले वाहन में पार्थिव शरीरों को उनके पैतृक निवास ले जाया गया। जब सभी शहीद के घर पहुंचे तो वहां का माहौल गमगीन हो गया।
बाद में पार्थिव शरीरों को शहर के रामलीला मैदान में आमजनों के दर्शन के लिए रखा। इस दौरान शहीद के अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में नागरिक और आसपास के गांवों के लोग पहुंचे।
अंतिम दर्शन के बाद शहीद और उनके परिवार की अंतिम यात्रा निकाली गई। इस दौरान जन समूह भारत माता की जय, शहीद विप्लव अमर रहे के नारे लगाते हुए साथ चल रहा था। शहर के मुख्य मार्गों से होते सभी सर्किट हाउस के करीब मुक्तिधाम पहुंचे जहां पूरे सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी गई।
अंतिम संस्कार के दौरान शहीद के पिता सुभाष त्रिपाठी (76) और मां आशा त्रिपाठी (70) के साथ परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे। मुखाग्नि से पहले कर्नल त्रिपाठी की मां ने अपने शहीद बेटे को सलाम किया और ‘जय हिंद’ के उद्घोष के साथ उसे विदा किया। मां के द्वारा अपने बेटे और उसके परिवार को दी गई इस अंतिम विदाई को देख कर वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें भर आईं।
मणिपुर के चूड़ाचन्द्रपुर जिले में शनिवार को उग्रवादी हमले में असम राइफल के खुगा बटालियन के कमांडिंग अफसर कर्नल त्रिपाठी शहीद हो गए थे। इस हमले में उनकी पत्नी अनुजा और बेटे अबीर की भी मृत्यु हो गई थी।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।