दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर भड़की हिंसा में घायल हुए लोगों से मुलाकात करने मंगलवार को जीटीबी अस्पताल पहुंचे और लोगों से ‘‘इस पागलपन’’ को रोकने की अपील की।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कई जगह अफ़वाहें फैलाने का काम भी हो रहा है, जब तक कोई घटना आप अपनी आँखों से होते न देखें तब न तो ऐसी बातों पर यक़ीन करें और न ही इस तरह के Whatsapp मेसेजेस को किसी को भेजें। ऐसे नाज़ुक समय पर सबसे बड़ा योगदान अफ़वाहें न फैलाना भी है। शहर में दरिंदे घुस आए हैं।
अस्पताल के दौरे के दौरान केजरीवाल के साथ उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी थे। अस्पताल के दौरे के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सबसे बड़ी चिंता हिंसा को रोकना है।
उन्होंने कहा, ‘मैंने घायल हुए लोगों से मुलाकात की और उन लोगों से भी मिला जो गोलियों से घायल हुए हैं। यहां पर समुचित सुविधाएं और डॉक्टर हैं। मैं हर किसी से हिंसा को रोकने की अपील करता हूं। यह पागलपन रूकना चाहिए।’
इलाके में सोमवार से सीएए के समर्थक और विरोधी समूहों के बीच हिंसा में 10 लोगों की मौत हो गयी और कई अन्य लोग घायल हो गए। तीसरे दिन मंगलवार को भी हिंसक घटनाएं हुई हैं। हालात पर काबू पाने के लिए समुचित सुरक्षा बलों की अनुपलब्धता के मुद्दे पर केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की है । उन्होंने कहा, ‘‘मैंने समुचित बल के मुद्दे को उठाया। गृह मंत्री ने आश्वास्त किया है कि अतिरिक्त बल दिए जाएंगे। ’’